डिंडौरी। जिला मुख्यालय के समीप बायपास रोड स्थित सामुदायिक भवन में संत रामपाल महाराज के अनुयायियों द्वारा एक दिवसीय सत्संग कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में संत रामपाल जी महाराज के प्रवचनों को वीडियो माध्यम से प्रस्तुत किया गया, जिसमें उपस्थित श्रद्धालुओं को धर्मग्रंथों की गहन व्याख्या एवं जीवन में उनके व्यावहारिक महत्व को समझाया गया।
सत्संग के दौरान बताया गया कि संत रामपाल जी महाराज का उद्देश्य केवल आध्यात्मिक मार्गदर्शन देना ही नहीं है, बल्कि सामाजिक बुराइयों का अंत कर एक आदर्श मानव समाज की स्थापना करना है। उनके प्रवचनों में समाज को नशामुक्त करने, भ्रूण हत्या रोकने, दहेज प्रथा, मांसाहार और भ्रष्टाचार जैसी कुरीतियों को समाप्त करने पर विशेष बल दिया गया। साथ ही जाति-पाति के भेदभाव को मिटाकर शांति, भाईचारा और समानता पर आधारित समाज बनाने की प्रेरणा दी गई।
कार्यक्रम में संत रामपाल जी महाराज के 11 प्रमुख उद्देश्यों पर भी विस्तार से प्रकाश डाला गया, जिनमें – विश्व को सतभक्ति देकर मोक्ष प्रदान करना।भारत से दहेज रूपी रावण का अंत करना।नशामुक्त भारत बनाना।मांसाहार मुक्त भारत बनाना। भ्रष्टाचार मुक्त भारत बनाना। समाज से पाखंडवाद का खात्मा करना। जाति-पाति का भेदभाव मिटाना। भ्रूण हत्या पर रोक लगाना। शांति और भाईचारा स्थापित करना। सामाजिक बुराइयों का अंत कर धरती को स्वर्ग बनाना। मानव समाज में नैतिक और आध्यात्मिक ज्ञान का प्रसार करना। अनुयायियों का कहना था कि संत रामपाल जी की शिक्षाएँ आज की पीढ़ी को सही दिशा दिखाने का कार्य कर रही हैं। यदि समाज इन उद्देश्यों को जीवन में अपनाए तो न केवल भारत, बल्कि पूरी दुनिया को आदर्श मानव समाज का स्वरूप प्रदान किया जा सकता है।
सत्संग समारोह में सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालुओं की उपस्थिति रही, जिन्होंने संत रामपाल जी महाराज के उपदेशों को जीवन में अपनाने और नशामुक्त तथा भ्रष्टाचार मुक्त समाज निर्माण में योगदान देने का संकल्प लिया।
इस अवसर पर श्रद्धालुओं ने यह भी कहा कि संत रामपाल जी महाराज का मार्गदर्शन समाज को नई दिशा देने वाला है और उनके विचारों से ही वास्तविक सुख, शांति और भाईचारा स्थापित हो सकता है।