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डिंडौरी न्यूज़ । वन विभाग की बड़ी कार्रवाई, 122 हेक्टेयर वन भूमि से हटाया अवैध कब्जा

akvlive.in

Published

– 122.16 हेक्टेयर वनभूमि अतिक्रमण से मुक्त
– प्रशासन की बड़ी कार्रवाई से अतिक्रमणकारियों में हड़कंप
अखलाक कुरैशी की रिपोर्ट, गोरखपुर/डिंडौरी। करंजिया विकासखंड अंतर्गत ग्राम पंचायत उमरिया के वन क्षेत्र में वर्षों से जारी अतिक्रमण पर सोमवार को वन विभाग ने सख्त रुख अपनाते हुए 122.16 हेक्टेयर वन भूमि को कब्जामुक्त करा लिया। इस बड़ी कार्रवाई में प्रशासन, वन विभाग और पुलिस की संयुक्त टीम ने मिलकर अभियान को अंजाम दिया। कार्रवाई के दौरान कुछ ग्रामीणों द्वारा विरोध प्रदर्शन किया गया, लेकिन प्रशासनिक सूझबूझ और पुलिस बल की सक्रियता से स्थिति शांतिपूर्ण बनी रही।
– सुबह 5 बजे शुरू होकर 3बजे तक चला अभियान 
जानकारी के अनुसार गोपालपुर बीट अंतर्गत वन कक्ष क्रमांक 728, 732, 736 एवं 744 में ग्राम बरेण्डा और कुटलाही के ग्रामीण, जिनमें प्रमुख रूप से लामू सिंह पिता फागू बैगा और 20-25 अन्य लोग शामिल थे, बीते एक दशक से अस्थायी झोपड़ियां बनाकर वनभूमि पर अतिक्रमण कर खेती का प्रयास कर रहे थे। विभाग द्वारा पूर्व में इन क्षेत्रों में आंवला, आम समेत फलदार और छायादार वृक्षारोपण किया गया था, जिसे नुकसान पहुंचाया जा रहा था।
वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में सुबह 5 बजे से दोपहर 3 बजे तक अभियान चला। जेसीबी और ट्रैक्टरों की मदद से अवैध झोपड़ियां हटाई गईं और भूमि को वन क्षेत्र के रूप में संरक्षित करने की कार्रवाई शुरू की गई। अभियान में रेंजर प्राची मिश्रा, डिप्टी रेंजर आशीष कुमार मरावी, नायब तहसीलदार करंजिया शैलेष गौर और उप वनमंडल अधिकारी गाडासरई सुरेन्द्रसिंह जाटव समेत पूरी टीम मौजूद रही। अभियान सीसीएफ जबलपुर कमल अरोरा और डिंडौरी वनमंडल अधिकारी पुनीत सोनकर के निर्देशन में संचालित हुआ।
ग्रामीणों ने उठाए सवाल, बरसात से पहले कार्रवाई पर जताई नाराजगी
इस कार्रवाई को लेकर क्षेत्र में कई सवाल खड़े हो रहे हैं। ग्रामीणों ने कहा कि बरसात से ऐन पहले कार्रवाई कर उन्हें वैकल्पिक व्यवस्था का समय नहीं दिया गया। ग्रामीणों ने यह भी तर्क दिया कि प्रदेश सरकार द्वारा वन अधिकार पट्टे देने की बात की जा रही है, ऐसे में पहले पुनर्वास और सर्वे पूरा होना चाहिए था। लोगों ने आशंका जताई कि सर्वे में कई पात्र लोगों को सूची से बाहर किया गया है।
– विधिसम्मत कार्रवाई, दोबारा अतिक्रमण नहीं होने देंगे
वन विभाग के अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि यह कार्रवाई पूरी तरह कानूनी प्रक्रिया और उच्चाधिकारियों के निर्देशानुसार की गई है। भविष्य में भी इस क्षेत्र पर सतत निगरानी रखी जाएगी और दोषियों पर वैधानिक कार्रवाई की जाएगी। विभाग ने दोबारा अतिक्रमण न हो, इसके लिए ठोस रणनीति बनाने की बात भी कही।
अभियान के दौरान शांति व्यवस्था रही कायम
हालांकि, कुछ असामाजिक तत्वों ने माहौल बिगाड़ने की कोशिश की, लेकिन प्रशासन की तत्परता से स्थिति तुरंत काबू में कर ली गई। पुलिस बल की मौजूदगी में कार्रवाई बिना किसी बड़ी अप्रिय घटना के पूरी की गई।

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