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Dindori Today News: कागजों में काम,जमीन पर घोटाला! भाजीटोला के सरपंच-सचिव व रोजगार सहायक पर गंभीर आरोप

akvlive.in

Published

– भाजीटोला पंचायत में लाखों के घोटाले का खुलासा, सरपंच-सचिव और रोजगार सहायक को नोटिस

– सीईओ जिला पंचायत अनिल कुमार राठौर ने मांगा 3 दिन में जवाब, जवाब नहीं देने पर होगी कड़ी कार्रवाई

डिंडौरी न्यूज़। समनापुर जनपद की ग्राम पंचायत भाजीटोला में हुए लाखों रुपए के कथित घोटाले का मामला सामने आया है। सरपंच अनुसुइया बाई, पूर्व सचिव प्रभावती वाटिया, वर्तमान सचिव मंजू सिंह उद्दे और रोजगार सहायक घनश्याम सिंह राजपूत को सीईओ जिला पंचायत अनिल कुमार राठौर ने नोटिस जारी कर 3 दिवस के भीतर जवाब प्रस्तुत करने का निर्देश दिया है।

यह कार्रवाई ग्रामीणों द्वारा जनसुनवाई में की गई गंभीर शिकायतों के बाद की गई है, जिसमें इन पर योजनाओं के तहत कागजों में कार्य दर्शा कर वास्तविकता में कम कार्य कराते हुए राशि गबन करने के आरोप लगाए गए थे।

– जांच में मिले गंभीर अनियमितता के सबूत

भाजीटोला पंचायत में पेयजल, नाली निर्माण, पुलिया निर्माण, सीसी रोड और मनरेगा से जुड़ी योजनाओं की जांच के दौरान दस्तावेज उपलब्ध नहीं कराए गए।

नल-जल योजना के लिए 2.80 लाख रुपये निकाले गए, लेकिन मौके पर दोनों बोर बंद पाए गए और जल आपूर्ति ठप है।

नाली निर्माण में दुर्गा मंदिर से शिवचरन के घर तक और पंचायत भवन से नदी तक की नालियां बनाई गईं, लेकिन संबंधित दस्तावेज जांच टीम को नहीं दिए गए।

मनरेगा योजनाओं में फर्जी मस्टर रोल बनाकर मजदूरी दिखाने, मेड बंधान और लघु तालाब कार्यों में भी गड़बड़ी की पुष्टि हुई है।

पुलिया निर्माण कार्य का भुगतान न होने की बात सामने आई, जबकि कार्य मनरेगा पोर्टल पर ऑनगोइंग नहीं है। सीसी रोड निर्माण में भी कोई वैध दस्तावेज नहीं मिले, जबकि नाप में सड़कें बनी पाई गईं।

– सीईओ ने माना लापरवाही, दिए कार्रवाई के संकेत

जांच में दस्तावेज उपलब्ध न कराना, वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशों की अनदेखी और कार्यों की पारदर्शिता में लापरवाही को गंभीर मानते हुए सीईओ जिला पंचायत डिंडोरी अनिल कुमार राठौर ने सभी जिम्मेदारों को नोटिस जारी किया है। तीन दिन में संतोषजनक जवाब नहीं मिलने की स्थिति में कड़ी विभागीय कार्रवाई की चेतावनी भी दी गई है।

यह मामला अब डिंडोरी जिले में भ्रष्टाचार और ग्राम पंचायतों की कार्यप्रणाली को लेकर एक बड़ी मिसाल बनता जा रहा है, जिससे अन्य पंचायतों में भी सतर्कता बढ़ने की उम्मीद है।