डिंडौरी न्यूज। जिले के ग्राम कूड़ा निवासी विकास सिंह चंदेल ने शिक्षा और सामाजिक क्षेत्र में एक नई उपलब्धि हासिल कर डिंडोरी जिले का नाम रोशन किया है। उन्हें इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजाति विश्वविद्यालय, अमरकंटक के सामाजिक कार्य विभाग से डॉक्टरेट (Ph.D.) की उपाधि प्राप्त हुई है।
विकास चंदेल ने “बैगा जनजाति के शिक्षा में आने वाली मुद्दों और चुनौतियां : डिंडोरी जिले के बैगाचक क्षेत्र का एक अध्ययन” विषय पर अपना शोध कार्य पूरा किया। इस शोध में उनके मार्गदर्शक डॉ. रमेश बी एवं सह-निर्देशक डॉ. कृष्णमणि भगवती रहे। शोध कार्य की सफलता के बाद विकास को डॉक्टर ऑफ फिलॉसफी की उपाधि प्रदान की गई।

विकास ने अपनी इस सफलता का श्रेय अपने माता-पिता श्री नेम सिंह चंदेल एवं श्रीमती उर्मिला सिंह चंदेल, बहनों प्रतिमा एवं पवित्रा, अपने शिक्षकों, मित्रों और शुभचिंतकों को दिया। उन्होंने अपने शोध प्रबंध को समाजसेवी स्व. डॉ. प्रबीर सरकार, अपने माता-पिता और बैगा समुदाय को समर्पित किया है।
विकास चंदेल की शिक्षा यात्रा भी प्रेरणादायक रही है। उन्होंने स्थानीय विद्यालय से प्रारंभिक शिक्षा प्राप्त की तथा अमरकंटक विश्वविद्यालय से बीएससी, बीएड और सामाजिक कार्य में स्नातकोत्तर (एमएसडब्ल्यू) करते हुए गोल्ड मेडल प्राप्त किया। इसके बाद उन्होंने नेट परीक्षा उत्तीर्ण कर शोध कार्य में प्रवेश किया।
शोध के साथ-साथ विकास सामाजिक कार्यों में भी सक्रिय रहे हैं। उन्होंने प्रणाम नर्मदा युवा संघ की स्थापना कर कोरोना काल में ऑपरेशन मदद के तहत जरूरतमंदों को भोजन और दवाइयां उपलब्ध कराईं। इसके अलावा माहवारी स्वच्छता जागरूकता अभियान, रक्तदान, वृक्षारोपण, गरीब विद्यार्थियों के लिए नि:शुल्क आवास (विवेकानंद विद्यार्थी भवन) और मां नर्मदा की सफाई जैसे अनेक कार्यों में योगदान दिया है।
उनकी इस विशेष उपलब्धि पर परिजनों, मित्रों, शिक्षकों और शुभचिंतकों ने हर्ष व्यक्त करते हुए उन्हें शुभकामनाएं दी हैं। विकास चंदेल का जीवन और कार्य आज के युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं।