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Dindori News: जर्जर विद्यालय भवन का छज्जा ढहा, बड़ी दुर्घटना टली

akvlive.in

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जिले में 500 से अधिक स्कूल भवन जर्जर, कब चेतेगा प्रशासन ?

डिंडौरी न्यूज । आदिवासी बाहुल्य डिंडौरी जिले में शिक्षा के मंदिरों की जर्जर दीवारें और गिरती छतें अब जानलेवा बनती जा रही हैं। जिले के बजाग विकासखंड अंतर्गत एकीकृत माध्यमिक विद्यालय सिंगारसत्ती में आज सुबह एक बड़ा हादसा टल गया जब विद्यालय के बरामदे का हिस्सा भरभरा कर गिर गया। गनीमत यह रही कि घटना उस समय हुई जब स्कूल शुरू नहीं हुआ था, अन्यथा 100 से अधिक बच्चों की जान पर बन आती।

स्थानीय ग्रामीणों और विद्यालय प्रबंधन का कहना है कि स्कूल भवन की स्थिति लंबे समय से जर्जर है, जिसकी सूचना कई बार जिम्मेदार विभागीय अधिकारियों को दी गई, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्यवाही नहीं हुई। ग्रामीणों का सवाल है कि यदि यह हादसा बच्चों की मौजूदगी में होता तो जिम्मेदारी कौन लेता?

जिले में 500 से अधिक शासकीय विद्यालयों के भवन जर्जर अवस्था में हैं, जहां कई स्थानों पर छतों से पानी टपकता है, दीवारों में दरारें हैं और कई स्कूलों में तो प्लास्टिक की तिरपाल डालकर पढ़ाई कराई जा रही है। शिक्षा विभाग ने कुछ भवनों को डिस्मेंटल (ध्वस्त करने) के लिए प्रस्तावित जरूर किया है, लेकिन कार्यवाही की रफ्तार बेहद धीमी है।

वहीं इस घटना को लेकर क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि लोकेश पटेरिया ने जिला प्रशासन और राज्य सरकार पर सीधे-सीधे भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं। उन्होंने सवाल उठाया कि हर वर्ष करोड़ों रुपये मरम्मत कार्य के लिए आते हैं, फिर भी स्कूल भवन सुधरते क्यों नहीं? आखिर ये पैसा कहां खर्च हो रहा है?

इनका कहना है,,

 “हमने पहले भी भवन की जर्जर हालत की रिपोर्ट भेजी है, लेकिन स्वीकृति नहीं आई। सौभाग्य से आज कोई हताहत नहीं हुआ।”

 ब्रजभान गौतम, बीआरसी बजाग

Chetram Rajpoot

चेतराम राजपूत मध्यभूमि के बोल समाचार पत्र के संपादक हैं। 2013 से इस दायित्व का निर्वहन कर रहे हैं। निष्पक्ष और निर्भीक पत्रकारिता के प्रति उनकी प्रतिबद्धता ने madhyabhoomi.in को विश्वसनीय समाचार स्रोत बनाया है, जो मुख्यधारा की मीडिया से अलग, विकास, समानता, आर्थिक और सामाजिक न्याय जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर केंद्रित है। हम सच्चाई और पारदर्शिता में विश्वास रखते हैं। मीडिया की स्वतंत्रता और निष्पक्षता को बनाए रखने के लिए सतत प्रयासरत हैं। बेखौफ कलम... जो लिखता है बेलिबास सच..

Chetram Rajpoot

चेतराम राजपूत मध्यभूमि के बोल समाचार पत्र के संपादक हैं। 2013 से इस दायित्व का निर्वहन कर रहे हैं। निष्पक्ष और निर्भीक पत्रकारिता के प्रति उनकी प्रतिबद्धता ने madhyabhoomi.in को विश्वसनीय समाचार स्रोत बनाया है, जो मुख्यधारा की मीडिया से अलग, विकास, समानता, आर्थिक और सामाजिक न्याय जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर केंद्रित है। हम सच्चाई और पारदर्शिता में विश्वास रखते हैं। मीडिया की स्वतंत्रता और निष्पक्षता को बनाए रखने के लिए सतत प्रयासरत हैं। बेखौफ कलम... जो लिखता है बेलिबास सच..