डिंडौरी न्यूज । नगर परिषद क्षेत्र के वार्ड क्रमांक 09, नर्मदा गंज में सीवर लाइन बिछाने के कार्य में लापरवाही और घटिया सामग्री के इस्तेमाल ने स्थानीय नागरिकों को नरकीय स्थिति में जीने पर मजबूर कर दिया है। क्षेत्रवासियों ने निर्माण कार्य कर रही एजेंसी जे.एम. रमाणी कंपनी पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि कंपनी ने लागत घटाने के लिए निम्न गुणवत्ता के और अनुपयुक्त पाइपों का इस्तेमाल किया, जिससे आए दिन सीवर जाम, गंदे पानी का रिसाव और बदबू से जनजीवन प्रभावित हो रहा है।
स्थानीय निवासी और अधिवक्ता सम्यक जैन ने बताया कि बीते कई महीनों से गली-मोहल्लों में सीवर जाम की स्थिति बनी हुई है। “सड़कों पर गंदा पानी बहता है, जिससे दुर्गंध फैल रही है और संक्रामक रोगों का खतरा बढ़ गया है। कई बार नगर परिषद और संबंधित कंपनी को शिकायत की गई, लेकिन आज तक कोई ठोस समाधान नहीं निकला,” उन्होंने नाराजगी जताते हुए कहा कि कंपनी ने स्वीकृत मानकों की अनदेखी कर निर्माण कार्य में अत्यंत ही घटिया सामग्री का प्रयोग किया है, जिससे नागरिकों की स्वास्थ्य और सुरक्षा दोनों खतरे में पड़ गई हैं।
प्रशासन की सख्ती और जनता की चेतावनी
नगर परिषद ने मामले की गंभीरता को देखते हुए कंपनी को नोटिस जारी कर तकनीकी जांच के आदेश दिए हैं। नगर परिषद के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, “जांच पूरी होने के बाद दोषियों पर नियमानुसार कड़ी कार्रवाई की जाएगी। नागरिकों की शिकायतों को नज़रअंदाज़ नहीं किया जा सकता।”
वहीं, कंपनी के प्रवक्ता ने अपने बचाव में कहा, “हमारे कार्य पूरी तरह से तकनीकी मानकों के अनुसार किए गए हैं। फिर भी हम जांच में पूरा सहयोग देने को तैयार हैं।”
इस बीच, स्थानीय नागरिकों ने चेतावनी दी है कि यदि शीघ्र समाधान नहीं हुआ, तो वे उपभोक्ता फोरम सहित अन्य कानूनी विकल्पों का सहारा लेकर प्रशासन और कंपनी दोनों के विरुद्ध कार्रवाई करेंगे।
नर्मदा गंज क्षेत्र में यह मामला अब सिर्फ सीवर की समस्या नहीं रह गया है, बल्कि यह शहरी अव्यवस्था और बुनियादी सुविधाओं की बदहाली का प्रतीक बनता जा रहा है, जिसकी गूंज अब जिला प्रशासन से होते हुए राजधानी तक पहुँचने लगी है।