– कलेक्टर के आदेश पर 05 दिनों बाद दर्ज हुई FIR
– एफआईआर दर्ज न करने पर पुलिस प्रशासन की कार्यप्रणाली पर उठ रहे थे सवाल
Dindori Today News,डिंडौरी न्यूज । किसी अज्ञात व्यक्ति ने डिंडौरी जिला प्रशासन के लेटर हेड पर कलेक्टर श्रीमती नेहा मारव्या के फर्जी हस्ताक्षर कर आदेश जारी किया था, फर्जी आदेश के माध्यम से प्रशासनिक कार्यों को प्रभावित करने का प्रयास का मामला सामने आया था । जिसमें फर्जी हस्ताक्षर कर दिनांक 13.05.2025 का उपयोग कर एक फर्जी आदेश जारी किया गया था। जिस पर कार्यवाही करते हुए कलेक्टर श्रीमती नेहा मारव्या ने तहसीलदार करंजिया के द्वारा थाना प्रभारी करंजिया को अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने हेतु आवेदन प्रस्तुत किया गया था। जिस पर पुलिस अधीक्षक ने समस्या को गंभीरता से लेते हुए थाना करंजिया में अज्ञात व्यक्ति के विरुद्ध आईपीसी की धारा 482, 318(4), 337 के तहत प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है। एफआईआर में उल्लेख है कि इस फर्जी आदेश के आधार पर जिला पर्यटन समिति एवं अन्य विभागीय कार्यों में हस्तक्षेप का प्रयास किया गया।
पुलिस जांच के अनुसार यह कृत्य शासकीय आदेशों के फर्जी निर्माण और उपयोग की श्रेणी में आता है, जिससे सरकारी तंत्र की कार्यप्रणाली प्रभावित हो सकती थी। थाना प्रभारी मामले की आगामी जांच की जा रही है जांच के बाद फर्जी आदेश जारी करने वालों के खिलाफ नामजद कार्रवाई की जाएगी।
– पुलिस प्रशासन की हीलाहवाली रवैया
कलेक्टर डिंडौरी के फर्जी हस्ताक्षर से आदेश जारी करने का मामला सामने आने पर एडीएम ने 2 जून को थाना प्रभारी करंजिया को पत्र लिख कर फिर दर्ज करने लेख किया था, मामला दर्ज न होने पर जिला दंडाधिकारी श्रीमती नेहा मारव्या ने 05 जून को थाना प्रभारी को आदेशित करते हुए मामला दर्ज कर समक्ष में उपस्थित होकर अवगत कराने आदेश जारी किया था। कलेक्टर के आदेश की नाफरमानी को लेकर कल मध्यभूमि वेबसाइट में प्रमुखता से समाचार प्रसारित किया गया था।