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Dindori News : जन धन हानि के इंतजार में विद्युत विभाग : दशकों से खड़े विद्युत पोल हो रहें जमींदोज,दुर्घटना की आशंका ..!

डिंडौरी न्यूज़। लगभग 80 के दशक में कराये गए विद्युतीकरण कार्य के तहत समनापुर से कमको मोहनिया तक लगाए गए विद्युत पोलो ...

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Chetram Rajpoot

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Chetram Rajpoot

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डिंडौरी न्यूज़। लगभग 80 के दशक में कराये गए विद्युतीकरण कार्य के तहत समनापुर से कमको मोहनिया तक लगाए गए विद्युत पोलो की हालत फ़िलहाल खराब हैं, मरम्मत एवं देख रेख के अभाव में सीमेंट के विद्युत पोल जमींदोज होने लगे हैं, जमीन तक झुकने के बाद विद्युत प्रवाहक तार से कभी भी गम्भीर खतरनाक हादसा होने का अंदेशा बना हुआ है, इन सबसे बेखबर विद्युत विभाग गहरी नींद में सोया हुआ है, जब जन धन हानि की घटना घटेगी तब जाकर विभाग की नींद खुलेगी..? समनापुर से‌ जिले के अंतिम छोर के गांव कमको मोहनिया के बीच के 11 केवी फीडर में बिजली पोल और तार गिर जाने से आए दिन बिजली की आपूर्ति बाधित हो जाती है, जानकारी के अनुसार कभी कभी तो 24-48 घंटों के लिए बिजली की सप्लाई बंद रहती है जो कि जिला प्रशासन, विभागीय अधिकारी और जन-प्रतिनिधियों की उदासीनता का जीता जागता उदाहरण है ।
फिडर लाइन है क्योंकि 1985-87 में एक बार ये लाइन के निर्माण होने के बाद आज तक इसका मरम्मत नहीं हुआ है ,जबकि लगभग 37 वर्ष में नया लाइन नहीं बनाया गया है। आलम यह है कि बरसात के दिनों में थोडी सी अंधी और पानी से बिजली के पोल गिरते रहते हैं , समनापुर से कमको मोहनिया तक एक बड़ी आबादी को अंधेरे में रहना पड़ता हैं, जिससे इस मौसम में ज़हरीले जीव जंतुओं का खतरा बना रहता है,इस लाइन में दर्जनों स्कूल, छात्रावास और अस्पताल भी संचालित हैं,सरकार विकास के तमाम दावे करें परंतु बिजली जैसी बुनियादी सुविधा के लिए इस प्रकार की उदासीनता निश्चित ही चिंतनीय है,सरकार को तत्परता के साथ इस समस्या को संज्ञान में लेकर नये फिडर निर्माण कराना चाहिए।
1 जुलाई से आज तक की पोल गिरे हैं और तार भी टूट चुका है 12 और 13 जुलाई को भी पोल गिरने और झुकने से बिजली आपूर्ति बाधित रहती हैं, इसके साथ ही ग्रामीणों की जान खतरे में है, जिले के जनप्रतिनिधियों एवं प्रशासनिक अधिकारियों को समय रहते विद्युत पोलो की मरम्मत हेतु आवश्यक कदम उठाना चाहिए।
इनका कहना है,,,
1985-87 में जब से बिजली के पोल गड़े हैं तार खिंची है उसके बाद से विभाग और प्रशासन ने इनके मरम्मत या नये लाइन के बिछाने के लिए प्रयास नहीं किए जिसके कारण हमारे क्षेत्र में सप्ताह में 3-4 बार पोल गिरने से रात के अंधेरे में रहना पड़ता है।
1 जुलाई के बाद कई बार पोल और तार टूटने हैं 12 और 13 जुलाई को फिर से पोल गिरे, दिक्कत यह भी है कि पर्याप्त स्टाफ और गाड़ी नहीं होने के कारण लाइन सुधारने में भी दिक्कत का सामना करना पड़ता हैं,जिला प्रशासन विभाग के अधिकारी और जन-प्रतिनिधियों से अपेक्षा है कि इस पर संज्ञान लेकर नवीन लाइन लगाकर बिजली जैसी बुनियादी सुविधा बिना रूकावट आपूर्ति करना सुनिश्चित करें।
सेमलाल धुर्वे 
ब्लाक अध्यक्ष,जयस अमरपुर
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