– कांग्रेस स्थापना दिवस पर सेवा और बलिदान के 140 वर्ष पूरे, जिला कांग्रेस कार्यालय में हुआ आयोजन
डिंडौरी। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के स्थापना दिवस के अवसर पर सेवा, संघर्ष और बलिदान के 140 वर्ष पूर्ण होने पर जिला कांग्रेस कार्यालय में गरिमामय कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष एवं विधायक ओमकार सिंह मरकाम ने की।
इस अवसर पर श्री मरकाम ने कांग्रेस के गौरवशाली इतिहास पर प्रकाश डालते हुए कहा कि 28 दिसंबर 1885 को बॉम्बे के गोकुलदास तेजपाल महाविद्यालय में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थापना हुई थी, जिसमें देशभर से 72 प्रतिनिधियों ने भाग लिया था। उन्होंने बताया कि कांग्रेस के प्रथम महासचिव ए.ओ. ह्यूम बने और कलकत्ता के व्योमेश चंद्र बनर्जी को पहला अध्यक्ष चुना गया।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस केवल एक राजनीतिक दल नहीं बल्कि देश की आत्मा में बसने वाला आंदोलन है। स्वतंत्रता संग्राम से लेकर आधुनिक भारत के निर्माण तक कांग्रेस के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने देश को आगे बढ़ाने में अहम भूमिका निभाई है।
श्री मरकाम ने कांग्रेस के पूर्व प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू, श्रीमती इंदिरा गांधी एवं राजीव गांधी को याद करते हुए कहा कि उन्होंने देशहित में अपना संपूर्ण जीवन समर्पित किया और सर्वोच्च बलिदान दिया।
उन्होंने सभी कांग्रेस कार्यकर्ताओं से आह्वान किया कि वे पार्टी की नीति, सिद्धांत और विचारधारा पर चलते हुए देश की उन्नति और सामाजिक न्याय के लिए निरंतर संघर्ष करते रहें।
कार्यक्रम में वरिष्ठ कांग्रेसी जानकी गुप्ता, पार्षद ज्योतिरादित्य भलावी, संतोष कोरवा, राजेश बनवासी, डिंडौरी ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष जावेद इकबाल, ईवर्धन सोनवानी, कमलकिशोर कुशराम, गौकरण परस्ते, गोवर्धन जी, पीर खान, शकुन बाई सहित बड़ी संख्या में कांग्रेस पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
सभी की उपस्थिति में कांग्रेस स्थापना दिवस को उत्साह, एकजुटता और संकल्प के साथ मनाया गया।







