– प्राचार्य सतीश कुमार धुर्वे ने दिए निर्देश, प्रत्येक विद्यालय स्थित गावों से 2-2 हितग्राही चयनित किए जाएंगे
डिंडौरी। जिले में अनुसूचित जाति कल्याण एवं जनजातीय कार्य विभाग द्वारा संचालित स्वरोजगार योजनाओं का लाभ अधिक से अधिक पात्र युवाओं तक पहुंचाने के उद्देश्य से अब शैक्षणिक संस्थानों को भी इस अभियान से जोड़ा जा रहा है। इसी कड़ी में शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय प्राचीन डिंडौरी के प्राचार्य श्री सतीश कुमार धुर्वे ने एक महत्वपूर्ण निर्देश जारी करते हुए संकुल अंतर्गत सभी प्रधानाध्यापकों को यह सुनिश्चित करने को कहा है कि वे अपने-अपने विद्यालय स्थित गावों से अनुसूचित जाति वर्ग के दो (02)तथा अनुसूचित जनजाति वर्ग के दो (02) पात्र हितग्राहियों का चयन कर विभाग को प्रस्तावित करें। युवाओं को रोजगार योजनाओं का लाभ दिलाने और जागरूक करने के लिए विद्यालय परिसर में दो दिवसीय रोजगार मेला का आयोजन 06 एवं 07 नवंबर को किया जाना है,जिसको लेकर प्राचार्य ने मातहतों की जिम्मेदारी सौंपते हुए नोडल अधिकारी तथा दस्तावेजों के सत्यापन के लिए शिक्षकों को जिम्मेदारी सौंपी है।
प्राचार्य धुर्वे ने कहा कि राज्य शासन द्वारा संचालित योजनाओं संत रविदास स्वरोजगार योजना भगवान बिरसा मुंडा स्वरोजगार योजना,डॉ. भीमराव अंबेडकर आर्थिक कल्याण योजना, एवं टंट्या मामा आर्थिक कल्याण योजना , का मुख्य उद्देश्य युवाओं को आत्मनिर्भर बनाना, स्वरोजगार के अवसर प्रदान करना तथा उन्हें आर्थिक रूप से सशक्त बनाना है।
इन योजनाओं के तहत पात्र युवक-युवतियों को बैंक के माध्यम से ऋण सुविधा उपलब्ध कराई जाती है, जिसमें सरकार द्वारा ब्याज अनुदान एवं गारंटी सहायता भी दी जाती है। स्वरोजगार योजनाओं के माध्यम से युवा अपने स्वयं के व्यवसाय जैसे सर्विस सेंटर, दुकान, हस्तशिल्प, कृषि आधारित उद्योग, पशुपालन, परिवहन, ब्यूटी पार्लर, कम्प्यूटर सेंटर आदि प्रारंभ कर सकते हैं।
प्राचार्य श्री धुर्वे ने यह भी कहा कि विद्यालय स्तर पर प्रधानाध्यापक, शिक्षक एवं मार्गदर्शक विद्यार्थी अपने समुदाय के पात्र युवाओं की पहचान कर उन्हें योजनाओं के लाभ के लिए प्रेरित करें। प्रत्येक विद्यालय में योजनाओं का प्रचार-प्रसार कर जागरूकता बढ़ाई जाएगी, ताकि कोई भी पात्र हितग्राही योजना से वंचित न रहे।
उन्होंने आगे बताया कि इच्छुक आवेदक अपने सभी आवश्यक दस्तावेज जैसे — मूल निवास प्रमाण पत्र, जाति प्रमाण पत्र, आय प्रमाण पत्र, आधार कार्ड, राशन कार्ड, बैंक पासबुक, पासपोर्ट साइज फोटो आदि संलग्न कर रोजगार मेला में आकर आवेदन जमा कर सकते हैं या फिर ऑनलाइन आवेदन भी की जा सकती है।
राजेंद्र कुमार जाटव सहायक आयुक्त जनजातीय कार्य विभाग, ने भी इस दिशा में सभी शैक्षणिक संस्थानों से सहयोग की अपेक्षा जताई है ताकि अनुसूचित जाति एवं जनजाति वर्ग के युवा स्वरोजगार योजनाओं से जुड़कर आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में अपनी सक्रिय भूमिका निभा सकें।







