– शैक्षणिक गुणवत्ता, विद्यार्थियों की उपस्थिति और व्यवस्थाओं का लिया जायजा
डिंडौरी न्यूज । कलेक्टर श्रीमती नेहा मारव्या ने आज शासकीय माध्यमिक शाला एकीकृत रानी बुढार, प्राथमिक शाला रानी बुढार, आंगनवाडी केन्द्र रानी बुढार, प्राथमिक शाला राम्हेपुर, आदिमजाति कल्याण विभाग सारसताल, आंगवाडी रामगुडा, शासकीय एकीकृत माध्यमिक शाला रामगुडा, आंगनवाडी केन्द्र रामगुडा, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र सारसताल का औचक निरीक्षण कर शिक्षा की गुणवत्ता, विद्यार्थियों की उपस्थिति, मध्यान्ह भोजन , शिक्षकों की उपस्थिति तथा विद्यालय परिसरों की स्वच्छता का अवलोकन किया।
कलेक्टर श्रीमती नेहा मारव्या ने अचानक विद्यालयों के कक्षाओं में पहुँचीं और विद्यार्थियों से पाठ्यक्रम से जुड़े सवाल पूछे। उन्होंने बच्चों की उत्तर देने की क्षमता, पढ़ने की शैली और पठन-पाठन सामग्री की स्थिति का निरीक्षण किया। कुछ विद्यालयों में छात्रों के उत्तर से संतोष व्यक्त किया, वहीं कुछ स्थानों पर शिक्षण की गुणवत्ता में सुधार की आवश्यकता जताई।
कलेक्टर श्रीमती मारव्या ने शिक्षकों को निर्देश दिए कि वे समय पर विद्यालय पहुंचकर नियमित रूप से शिक्षण कार्य करें तथा बच्चों को सक्रिय रूप से सीखने के लिए प्रेरित करें। उन्होंने कहा कि बच्चों की नींव मजबूत करने में शिक्षकों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। उन्होंने मध्यान्ह भोजन की जांच करते हुए साफ-सफाई, भोजन की गुणवत्ता, मीनू के अनुसार भोजन उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। मध्यान्ह भोजन में लापरवाही करने वाले कर्मचारी के विरूद्ध कार्यवाही करने तथा विकासखंड शिक्षा अधिकारी को सतत निगरानी रखने के निर्देश दिए।
कलेक्टर ने शनिवार को औचक निरीक्षण में शासकीय एकीकृत माध्यमिक शाला रानी बुढार के निरीक्षण के दौरान शाला में 61 छात्र- छात्राओं दर्ज होने के बाद केवल 29 छात्र उपस्थित पाये गये।
जिस पर शाला प्रभारी श्री रामकुमार प्रजापति को 2 दिवस के अन्दर छात्रों को विद्यालय में लाने के निर्देश दिए। ताकि अध्यापनकाल नियमित रूप से संचालित किया जा सके। और शाला में पानी रिसाव को देखकर कलेक्टर ने डीपीसी को तुरंत सुधार कार्य कराने के निर्देश दिए।
निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने विद्यालय परिसरों की साफ-सफाई, पेयजल सुविधा, शौचालयों की स्थिति, पुस्तकालय और खेल सामग्री की उपलब्धता का भी जायजा लिया।
जिन विद्यालयों में मूलभूत सुविधाएं कम पाई गईं, वहां संबंधित अधिकारी को शीघ्र सुधार हेतु निर्देशित किया गया। उन्होंने कहा कि “विद्यालय केवल पढ़ाई का स्थान नहीं, बल्कि बच्चों के समग्र विकास का केंद्र हैं। हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि हर बच्चा स्कूल आए, सीखे और सुरक्षित माहौल में बढ़े।“
प्राथमिक शाला राम्हेपुर वि.ख.डिण्डौरी का औचक निरीक्षण किया जहां शाला में बरसात का पानी रिसाव देख कर शाला की जर्जर स्थिति और जिस शाला की स्थिति ठीक नही है उनकी सूची तैयार कर मेरे समक्ष प्रस्तुत करें।
जिससे सुधार कार्य किया जा सके और शालाओं में अध्ययनरत बालक-बालिकाओं को शिक्षा प्राप्त करने में रूकावट न आये। शाला राम्हेपुर की मरम्मत के लिए सीईओ जनपद डिण्डौरी, पीएमजेएसवाय, डीपीसी को सामाग्री उपलब्ध कराने एवं ग्राम पंचायत सचिव को इसकी मरम्मत कराने के निर्देश दिए।
आदिमजाति कल्याण विभाग द्वारा संचालित प्राथमिक शाला सारसताल का कलेक्टर ने औचक निरीक्षण किया जहां पर छात्रों से वार्तालाप कर शिक्षा का स्तर जाना। और पाठयपुस्तक प्राप्त की जानकारी ली। शिक्षक भारती परस्ते ने बताया कि शाला में सभी छात्रों को सामाग्री प्राप्त हो गई है। वही पर मध्यान भोजन की गुणवत्ता को जांच किया। और मेन्यू के अनुसार रोजाना अलग-अलग पोषणयुक्त सब्जी बनाने के निर्देश दिए।
कलेक्टर ने आंगनवाडी केन्द्र रामगुडा माल में उपस्थित बच्चों से वार्तालाप करते हुए अल्फाबेट पढने को कहा जिस पर कुछ बच्चों ने सही उत्तर दिया। जिस पर उपस्थित बच्चों को कलेक्टर ने ड्रायंगसीट, कलर, पेन्ट, पेंसिल, ईस्केज आदि सामाग्री दी। और कार्यकर्ता को मेन्यू के अनुसार पोषण आहार उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। केन्द्र में गर्भवती महिलाओं, धार्ती महिलाओं, कुपोषित बच्चों एवं स्वास्थ्य परीक्षण एवं अन्य गतिविधियों का जायजा लिया। एक अंश बच्चा कुपोषित पाया गया। जिसे कलेक्टर श्रीमती नेहा मारव्या ने गंभीरता से लेते हुए कुपोषित बच्चे के माता-पिता श्री राकेश, माता रूकमणी को डिण्डौरी स्वास्थ्य केन्द्र में भर्ती की सलाह दी।
माध्यमिक शाला, हाईस्कूल सारसताल का औचक निरीक्षण किया जहां पर 130 बच्चे शाला में दर्ज पाए गए। इसके पूर्व हाईस्कूल विद्यालय में 5 वर्ष से कोई भी नियमित शिक्षक नियुक्त नही था। केवल अतिथि शिक्षको के द्वारा संचालित किया जा रहा था। जिसे ने गंभीरता से लेते हुए कलेक्टर ने विशेष प्रयासों से युक्ति-युक्तिकरण के माध्यम से 4 शिक्षक नियमित रूप से नियुक्त किए गए हैं। जो नियमित रूप से कक्षावार बच्चों को शिक्षा देंगे।
एकीकृत माध्यमिक शाला रामगुडा में अध्ययनरत बालक-बालिकाओं से अंग्रेजी विषय के बारे में जानकारी लेकर शिक्षा का स्तर जाना। और उपस्थित शिक्षको नियमित रूप से कक्षाएं संचालित करने के निर्देश दिए। और शिक्षा का स्तर कमजोर होने पर विद्यालय प्रार्चाय को छात्रों की स्थिति को ध्यान में रखते हुए शिक्षा का स्तर बढाने के निर्देश दिए।
साथ ही साथ कलेक्टर ने प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र सारसताल का औचक निरीक्षण किया । जहां डॉक्टर से ईलाज, दवा, क्षेत्र से आने वाले मरीजों की बीमारी की स्थिति का जायजा लिया। और स्वास्थ्य केन्द्र के अंतर्गत आने वाले गर्भवती महिलाओं, सर्पदश दवा एवं गंभीर संक्रमण रोगों के बारे में जानकारी ली। वन मंडल अधिकारी श्री पुनीत सोनकर, तहसीलदार श्रीशंशाक शिंदे, डीपीसी श्री राघवेन्द्र मिश्रा, श्री रमेश मरावी मुख्य जिला चिकित्सा अधिकारी, पीएचई, श्री श्याम सिंगोर एवं अधिकारी/कर्मचारी उपस्थित रहे।