डिंडौरी | जिला कलेक्टर श्रीमती नेहा मारव्या की अध्यक्षता में आज जिला स्वास्थ्य समिति की महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। बैठक का प्रमुख उद्देश्य जिले में मातृ मृत्यु एवं शिशु मृत्यु दर में कमी लाना एवं स्वास्थ्य सूचकांकों में सुधार लाना रहा।
बैठक में मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य, टीकाकरण, राष्ट्रीय टीबी उन्मूलन कार्यक्रम, सिकल सेल एनीमिया, असंक्रामक रोग, हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर, पीपीपी प्रोजेक्ट सहित अनेक योजनाओं की समीक्षा की गई।
कलेक्टर ने बैठक में एएनसी पंजीयन (गर्भवती महिलाओं का पंजीकरण) शत-प्रतिशत सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने एएनसी जांच, टीकाकरण की स्थिति की समीक्षा करते हुए करंजिया के बीएमओ डॉ. गोपाल मरावी को अनुपस्थिति के चलते कारण बताओ नोटिस जारी करने को कहा।
इसके अलावा सभी विकासखंड चिकित्सा अधिकारियों को एक सप्ताह के भीतर हाई रिस्क गर्भवती महिलाओं की पहचान और प्रबंधन की कार्रवाई सुनिश्चित करने को कहा गया। आशा कार्यकर्ताओं और एएनएम को घर-घर भ्रमण के दौरान आयरन की गोलियां नियमित रूप से देने के निर्देश दिए गए।
टीबी मुक्त डिंडौरी के लक्ष्य को लेकर स्क्रीनिंग, जांच और उपचार की प्रक्रिया को तेज करने के निर्देश भी दिए गए।
बैठक में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. रमेश मरावी, सिविल सर्जन डॉ. अजय राज, डॉ. ममता दीवान, डॉ. जयश्री मरावी, डॉ. मनोज उरैती, डॉ. राजकुमार डोंगरे सहित स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारी एवं सभी ब्लॉक स्तर के चिकित्सा अधिकारी उपस्थित रहे।
बैठक के दौरान मानसून में बढ़ने वाली बीमारियों को लेकर कलेक्टर ने सभी अधिकारियों को सचेत करते हुए कहा कि सांप काटने की दवाएं एवं संक्रमण रोकने वाली जरूरी दवाएं सभी उप-स्वास्थ्य केंद्रों में पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध रहें। आमजन को समय पर दवाएं उपलब्ध होनी चाहिए।