Dindori News : दिवारी रेत खदान में धड़ल्ले से जारी हैं प्रतिबंधित मशीनों से रेत का अवैध उत्खनन
एनजीटी के गाईडलाईन के विरूध्द बहती जलधारा के भीतर कर रहै ठेकेदार - दिवारी से रेत खनन कर वाहनो को जारी कर रहै कमको मोहनिया खदान की रायल्टी - ग्रामीणों ने लिखित षिकायत कर जिला प्रषासन से की कार्रवाई की माॅग
Dindori News, डिंडौरी । एक बार फिर खनन से रोक हटने के बाद ठेकेदार मनमानी पर उतर आया हैं, समय- समय पर एनजीटी द्वारा जारी दिषा निर्देष एवं अनुबंध में निर्धारित शर्तो का खुलेआम धज्जियां उडाई जा रही हैं, जिले में संचालित दिवारी रेत खदान से रेत का अवैध उत्खनन रेत का ठेका लेने वाली कंपनी द्वारा प्रशासन की मूक सहमति पर दिनदहाड़े मशीनों के जरिए कराया जा रहा है,यहां तक की रेत निकालने के लिए नदी के बीच धार को भी बख्शा नहीं जा रहा है। खनिज विभाग के अधिकारी यह अच्छी तरह जानते हैं कि शहर और जिले के कई इलाकों में रेत का अवैध उत्खनन और परिवहन किया जा रहा है। इसके बावजूद भी वे कार्रवाई करने से बच रहे हैं। वही रेत की कीमत को नियंत्रित करने के लिए भी कोई कदम नहीं उठाया जा रहा है। नदी में पानी आने की वजह से अधिकांश रेत खदान अभी बंद थी लेकेन समय अवधि के पूर्व ही देवारी में बीच नदी में पोकलेन मशीन के द्वारा अवैध उत्खनन किया जा रहा है।
– खुलेआम एनजीटी के नियमों की कर रहे अवहेलना
खुलेआम एनजीटी के नियमों की अवहेलना हो रही है और प्रशासन रेत खनन कंपनी के ऊपर मेहरबान बनी हुई है शिकायत के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। देवारी रेत खदान की तरह जिले के अन्य स्थानों में भी यही हाल है। एनजीटी के नियमों के अनुसार नदी से रेत निकालने के दौरान नदी के प्रवाह से ना छेड़छाड़ की जा सकती है और ना ही प्रवाह का रास्ता बदला जा सकता है पर यहां रेत माफिया सीधे-सीधे नदी के बीच धार से रेत निकलवा रहा है और वह भी पोकलेन व जेसीबी मशीनों के जरिए। रेत खदानों का सीमा क्षेत्र का है ना होने के कारण यहां भी रेट जिस रकबे और खसरा नंबर पर होना चाहिए उससे हटकर खनन का कार्य किया जा रहा है। लोगों का आरोप है कि अधिकारियों और ठेकेदारों की मिली भगत से क्षेत्र में रेत का अवैध उत्खनन जारी है। इससे शासन को लाखों रुपये के राजस्व की हानि हो रही है। रेत से भरे वाहन ग्रामीण क्षेत्र की सड़कों को जर्जर कर रहे हैं, जिससे स्थानीय लोगों में रोष व्याप्त है ।
– बहती नदी में उतार रहे प्रतिबंधित मशीनें
दिवारी खदान का ठेका हुआ है। लेकिन नियमानुसार बिना पर्यावरण स्वीकृति के मशीनों से खनन नहीं कर सकते है। कंपनी नदी के बाहर मशीनें लगा सकती है, लेकिन नदी के पूरे घाट पर दिन रात मशीनों से रेत निकाली जा रही है। हालाँकि रेत के अवैध उत्खनन व परिवहन को लेकर खनिज विभाग के पास कई शिकायतें हैं। अधिकारी खुद भी अवैध परिवहन की कई मामले पकड़ चुके हैं।
– आई चेक गेट ने अवैध उत्खनन मामले को साझा किया
डिंडौरी में हो रहे अवैध उत्खनन केस को अधिवक्ता सम्यक् जैन की पोस्ट को रिपोस्ट कर एक्स अकाउंट में साझा किया है । आई चेक गेट बिना किसी मानवीय हस्तक्षेप के अवैध खनिज परिवहन पर अंकुश लगाने के लिए एक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (।प्) आधारित स्मार्ट एनफोर्समेट सिस्टम है, जिसने डिंडोरी जिले में हो रहे रेत के अवैध उत्खनन मामले को साझा किया है। आपको अवगत करा दें की मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री बनने के बाद से ही मोहन यादव एक्शन मोड में हैं। अब उन्होंने अवैध रेत के खनन को लेकर बड़ा फैसला लिया है। मध्यप्रदेश सरकार आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से अवैध खनन से निपटने की तैयारी में है। अब देखना यह होगा कि जिला प्रशासन इस पूरे मामले को किस नजरिए से देखता है और क्या कार्यवाही करता है ।