डिंडौरी न्यूज़। मध्यप्रदेश के आदिवासी बाहुल्य डिंडौरी जिले में एकबार फिर रोजगार गारंटी योजना में भ्रष्टाचार का मामला सामने आया है। ताजा मामला डिंडौरी जिले के करंजिया जनपद अंतर्गत ग्रामपंचायत गारकामट्टा का है जहां कागजों में तालाब का निर्माण दर्शाकर योजना की राशि का बंदरबांट कर लिया गया है। दरअसल वर्ष 2019 – 20 में गारकामट्टा ग्रामपंचायत में रोजगार गारंटी योजना के तहत लखन बंजारा नामक हितग्राही के नाम पर तीन लाख अड़तीस हजार रूपये की लागत से मछली तालाब एवं लच्छूराम यादव नामक हितग्राही के नामपर करीब ढाई लाख रूपये की लागत से खेत तालाब स्वीकृत हुआ था। आरोप है की ग्रामपंचायत के तात्कालीन सरपंच,सचिव ने जनपद के अधिकारीयों से मिलीभगत कर तालाब का निर्माण कराये बिना ही योजना की राशि डकार गए।

हितग्राही लच्छूराम के खेत में तालाब निर्माण के नामपर खेत के चारों तरफ मिट्टी डालकर एक लाख 45 हजार रूपये तो वहीं हितग्राही लखन के खेत में मछली तालाब बनाने के नामपर दो लाख 37 हजार रूपये आहरित कर लिए। दोनों हितग्राहियों ने इसबात की शिकायत जनपद पंचायत करंजिया के जिम्मेदार अधिकारीयों से भी की लेकिन अधिकारीयों ने कोई कार्यवाही नहीं की। तालाब योजना में फर्ज़ीवाड़े का शिकार हुए हितग्राही आज भी जनपद पंचायत के चक्कर काटने के लिए मजबूर हैं।
गौरतलब है की हाल ही में समनापुर जनपद के ग्रामपंचायत मझगांव में रोजगार गारंटी योजना के तहत तीन कुओं का निर्माण कागजों में पूर्ण दर्शाकर लाखों रूपये आहरित किये जाने का मामला सामने आया था लेकिन भ्रष्टाचार में लिप्त ग्रामपंचायत और जनपद के जिम्मेदारों पर कार्यवाही नहीं होने से उनके हौसले बुलंद होते जा रहे हैं बहरहाल नवागत कलेक्टर हर्ष सिंह ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच के बाद दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही का आश्वासन दिया है।