मध्यप्रदेश के आदिवासी बाहुल्य मंडला जिले में लोकायुक्त पुलिस ने जाल बिछा कर लंबे समय से भ्रष्टाचार में लिप्त ट्राइबल विभाग में पदस्थ एसडीओ को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है।
पुलिस महानिदेशक लोकायुक्त योगेश देशमुख के निर्देश पर जबलपुर लोकायुक्त टीम ने गुरुवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए जनजातीय कार्य विभाग मंडला में पदस्थ सहायक यंत्री (SDO ) नरेन्द्र कुमार गुप्ता (61 वर्ष) को ₹20,000 की रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा।
जानकारी के अनुसार, आवेदक रौशन कुमार तिवारी (34 वर्ष) की फर्म बोरिंग बिल्डर्स ने वर्ष 2024 में विभाग के रिपेयर एवं मेंटेनेंस का कार्य किया था। इस कार्य के भुगतान के लिए सहायक यंत्री द्वारा कुल ₹56,000 की रिश्वत की मांग की गई थी। गुरुवार 11 सितंबर को आरोपी को प्रथम किश्त ₹20,000 लेते ही लोकायुक्त टीम ने दबोच लिया।
आरोपी के विरुद्ध भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 (संशोधन 2018) की धारा 7, 13(1)B, 13(2) के तहत प्रकरण दर्ज किया गया है।
SDO को रंगे हाथों गिरफ्तार करने में निरीक्षक राहुल गजभिये, निरीक्षक जितेंद्र यादव, निरीक्षक शशिकला मस्कुले, उपनिरीक्षक शिशिर पांडेय एवं लोकायुक्त जबलपुर की टीम शामिल रही। लोकायुक्त की कार्रवाई से जिले में हड़कंप मच गया है।