डिंडौरी। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (NHM) के अंतर्गत 20 वर्षों से सेवाएं दे रहे संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों का आक्रोश मंगलवार को उस वक्त सड़क पर उतर आया जब उन्होंने अपनी मांगों के निराकरण को लेकर एक दिवसीय अवकाश लेकर वादा खिलाफी के विरोध में ज़ोरदार रैली निकाली। यह आंदोलन जिला अध्यक्ष ओम प्रकाश उरैती के नेतृत्व में हुआ, जिसमें जिले भर के NHM कर्मचारियों ने भाग लिया।
रैली के माध्यम से कर्मचारियों ने जिला कलेक्टर कार्यालय पहुँचकर, माननीय मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। इस दौरान स्थानीय विधायक श्री ओमकार मरकाम भी मौजूद रहे और कर्मचारियों की बातों का समर्थन करते हुए ज्ञापन सौंपने में सहयोग प्रदान किया।
सरकार से टूटता भरोसा, संघर्ष की ओर कर्मचारी
ज्ञापन में कर्मचारियों ने बताया कि कोरोना जैसी महामारी के कठिन समय में जब पूरा देश ठहर गया था, तब NHM के संविदा कर्मचारी अपनी जान जोखिम में डालकर स्वास्थ्य सेवाएं सुचारू रखने में जुटे रहे। इसके बावजूद आज भी वे सुविधाओं और स्थायित्व के लिए संघर्ष कर रहे हैं।
4 जुलाई 2023 को तत्कालीन मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने भोपाल में आयोजित महापंचायत में संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों के हित में कई घोषणाएं की थीं। उसके बाद सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा 23 जुलाई 2023 को संविदा नीति जारी की गई, लेकिन इन घोषणाओं का सही क्रियान्वयन अब तक नहीं हो पाया है। उल्टा, NHM भोपाल द्वारा कई सुविधाओं में कटौती कर दी गई है, जिससे कर्मचारियों में भारी नाराजगी है।
– मुख्य मांगों को लेकर सौंपा ज्ञापन
1. रिक्त पदों पर संविलियन कर नियमितीकरण।
2. पूर्व में दी जा रही EL एवं मेडिकल अवकाश व्यवस्था को पुनः संयुक्त रूप में लागू किया जाए।
3. अनुबंध प्रणाली को पूर्णतः समाप्त किया जाए।
4. अप्रेजल प्रणाली को खत्म किया जाए, जिससे कार्यभार और तनाव कम हो।
5. सेवानिवृत्ति की आयु पुनः 65 वर्ष की जाए।
6. NPS, ग्रेच्युटी, स्वास्थ्य बीमा एवं महंगाई भत्ता (DA) की सुविधा लागू की जाए।
7. वेतन विसंगति को दूर कर उचित समकक्षता दी जाए।
8. निष्कासित सपोर्ट स्टॉफ और मलेरिया MPW की NHM में वापसी कराई जाए।
अब यदि 5 दिनों में मांगे नहीं मानी जाती हैं तो 22 अप्रैल 2025 से समस्त 32,000 NHM संविदा कर्मचारी प्रदेशव्यापी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे।
– ज्ञापन सौंपने के दौरान संविदा कर्मचारी रहे मौजूद
आज के आंदोलन में बड़ी संख्या में NHM संविदा कर्मचारी उपस्थित रहे। प्रमुख रूप से राजेश मरावी, संतोष बर्मन, दिलीप कच्छवाहा, जफ़र खान, आनंद मोहरे, अभिषेक मिश्र, दिगंबर बिलागर, अनिल हंसराज, मनोज इटोरिया, गिरीश, कमल साहू, नेहा सिहारे, रूपा नामदेव, सुनैना द्विवेदी, सुशील गवले, लल्ला यादव, मीनाक्षी, निधि, गीता मालवीय, प्रियंका, अंकिता मरावी सहित अन्य कर्मचारियों की उपस्थिति ने संगठन की एकजुटता को दर्शाया।
संघ ने चेताया – मांगे न मानी गईं तो जिम्मेदार होगा शासन-प्रशासन
संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी संघ, जिला इकाई डिंडोरी ने साफ किया कि यदि शासन द्वारा वादों के अनुरूप शीघ्र सकारात्मक निर्णय नहीं लिया गया तो वे मजबूरी में आंदोलन की राह पकड़ेंगे और इसका संपूर्ण दायित्व शासन-प्रशासन का होगा।