डिंडौरी। जिले के किसानों ने समर्थन मूल्य पर धान खरीदी की सीमा बढ़ाने की मांग को लेकर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा है। किसानों ने बताया कि वर्तमान में डिंडौरी जिले में प्रति हेक्टेयर केवल 22 क्विंटल धान उपार्जन का मान्य पंजीयन किया जा रहा है, जबकि किसान मेहनत से प्रति हेक्टेयर 45 से 50 क्विंटल तक धान का उत्पादन कर रहे हैं।
किसानों ने कहा कि इस सीमा के कारण अधिकांश धान समर्थन मूल्य पर नहीं बिक पा रहा है और उन्हें मजबूरन खुले बाजार या निजी व्यापारियों को कम दामों पर अनाज बेचना पड़ता है, जिससे भारी आर्थिक नुकसान हो रहा है।
किसानों ने यह भी बताया कि पड़ोसी जिला मंडला में प्रति हेक्टेयर 44 क्विंटल तक धान खरीदी की अनुमति है, जबकि डिंडौरी में यह सीमा अभी भी 22 क्विंटल तक सीमित है। यह असमानता किसानों के लिए अन्यायपूर्ण है।
किसानों ने कहा कि पिछले वर्ष भी उन्होंने मुख्यमंत्री एवं कलेक्टर को इस संबंध में ज्ञापन देकर समस्या से अवगत कराया था, परंतु अब तक कोई ठोस निर्णय नहीं लिया गया है।
किसानों ने कलेक्टर के नाम तहसीलदार को ज्ञापन सौंप कर अपनी मांगों को उच्च स्तर पर रखने की अपील की है।
किसानों ने चेतावनी दी है कि यदि शीघ्र ही प्रति हेक्टेयर धान खरीदी सीमा 40 से 45 क्विंटल तक नहीं बढ़ाई गई, तो वे आगामी दिनों में धरना-प्रदर्शन और आंदोलन करने को बाध्य होंगे। उन्होंने इस स्थिति की समूची जिम्मेदारी जिला प्रशासन और राज्य सरकार पर होने की बात कही है।
इस दौरान जिला पंचायत अध्यक्ष रुदेश परस्ते,किसान भोलेराम ठाकुर, कामता ठाकर, रतन सिंह ठाकुर सहित दर्जनों गांवों के सैकड़ों किसान मौजूद रहे हैं।