जिले में भू-अभिलेख अभिलेखों के संधारण कार्य प्रगति का किया निरीक्षण
डिंडौरी। मुख्य सचिव अनुराग जैन के निर्देशानुसार जिले में चल रहे भू-अभिलेख अभिलेखों के संधारण एवं स्कैनिंग कार्य की प्रगति का जायजा लेने शुक्रवार को कलेक्टर श्रीमती अंजू पवन भदौरिया के द्वारा भू-अभिलेख शाखा, भू-अभिलेख कार्यालय और स्कैनिंग कक्ष का अवलोकन किया। जहां पर भू-अभिलेख अधिकारी ने बताया कि जिले के खसरा, बी-1, जमाबंदी बी-1, नामांतरण पंजी, अधिकार अभिलेख, री-नंबरिंग सूची, निस्तार पत्रक, वाजिब उल अर्ज, राजस्व न्यायालयीन प्रकरण के रिकार्ड/पंजी, सी-2 रजिस्टर, भूमि पर लगाए गए डायवर्सन और किराए का रिकार्ड आदि अभिलेखों को स्कैनिंग कर ऑनलाइन किया जा रहा है जिसका 16 सितंबर से लगातार स्कैनिंग कार्य किया जा रहा है।
दिनांक 10 अक्टूबर 2025 तक 1 लाख 53 हजार 354 अभिलेखों का स्कैनिंग कार्य पूरा हो चुका है जिले में 20 अभिलेखों का स्कैनिंग कार्य किया जाना है। कलेक्टर ने स्कैनिंग कंपनी के अधिकारी एवं कर्मचारियों को समय-सीमा के अन्दर स्कैनिंग कार्य पूरा करने के निर्देश दिए। स्कैनिंग कार्य में सहयोग हेतु पटवारी, भू-अभिलेख का स्टॉफ नियमित रूप से कार्य कर रहा है। उन्होंने बताया कि आगामी 10 दिवस के अन्दर स्कैनिंग का कार्य पूर्ण कर लिया जाएगा।
कलेक्टर ने अधीक्षक भू-अभिलेख को निर्देश दिए कि भू-अभिलेखों का संधारण कार्य निर्धारित मानकों के अनुसार पूर्ण किया जाए।
स्कैनिंग कार्य 2011-12 से पूर्व के सभी अभिलेखों का किया जाना है ताकि अभिलेखों का डिजिटलीकरण कर सुरक्षित रूप से संरक्षित किया जा सके। जिससे आम जनता एवं किसानों को डिजीटल होने के कारण अभिलेखों को प्राप्त करने में सुविधा होगी।
निरीक्षण के दौरान अपर कलेक्टर जेपी यादव, अधीक्षक भू-अभिलेख रेवा झारिया सहित अन्य अधिकारी कर्मचारी उपस्थित रहे।