डिंडौरी न्यूज। जिले की शहपुरा पुलिस ने एक अधेड़ व्यक्ति की नृशंस हत्या के मामले का सनसनीखेज खुलासा करते हुए मृतक के ही बेटे और छोटे भाई को गिरफ्तार किया है। महज दो दिनों में मामले की परतें खोलने में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। यह हत्या पारिवारिक विवाद और आपसी रंजिश के चलते की गई थी।
यह हैं पूरा मामला
दिनांक 06 अक्टूबर 2025 को थाना शहपुरा को सूचना प्राप्त हुई कि ग्राम चौरा डेम नहर पुलिया के पास एक अधेड़ व्यक्ति का शव पड़ा हुआ है। सूचना मिलते ही थाना प्रभारी श्री अनुराग जामदार के नेतृत्व में पुलिस दल मौके पर पहुंचा।
पुलिस को घटनास्थल पर एक पुरुष का शव मिला, जिसके चेहरे और गले पर धारदार हथियार से गंभीर चोटें थीं। शव की स्थिति देखकर प्रथम दृष्टया हत्या की आशंका प्रबल हुई।
जांच में खुला रिश्तों का काला सच
पुलिस अधीक्षक डिंडौरी के निर्देशन तथा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक और एसडीओपी शहपुरा के मार्गदर्शन में अज्ञात आरोपियों की तलाश हेतु विशेष टीम गठित की गई।
जांच के दौरान मृतक की पहचान की गई और पता चला कि वह शराब और मांस का शौकीन था, जिसके चलते अक्सर वह गांव के लोगों से उधार लेता था। इसके अलावा मृतक का अपने बेटे शिवकुमार मार्को से ज़मीन बेचने को लेकर लंबे समय से विवाद चल रहा था।
संदेह के आधार पर जब पुलिस ने पुत्र शिवकुमार मार्को से पूछताछ की तो उसने सख्ती से पूछे गए सवालों के दौरान अपराध स्वीकार करते हुए बताया कि उसने अपने चाचा सिद्धू सिंह मार्को के साथ मिलकर हत्या की साजिश रची थी। दोनों आरोपियों ने 05 अक्टूबर की रात चौरा डेम नहर पुलिया के पास धारदार हथियार (बका) से मृतक पर वार कर उसकी हत्या कर दी और शव को मौके पर छोड़कर फरार हो गए।
पुलिस ने बरामद किए अहम साक्ष्य
शहपुरा पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। उनके कब्जे से हत्या में प्रयुक्त धारदार हथियार (बका), खून से सने कपड़े, मोटरसाइकिल और मृतक का मोबाइल फोन जब्त किया गया है। आरोपियों को विधिक कार्रवाई के पश्चात न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उन्हें जेल भेजा गया।
हत्या की गुत्थी सुलझाने में इनकी रही महत्वपूर्ण भूमिका
जघन्य हत्याकांड का खुलासा पुलिस अधीक्षक डिंडौरी के मार्गदर्शन और निम्न अधिकारियों-कर्मचारियों की से संभव हुआ, थाना प्रभारी – श्री अनुराग जामदार सउनि – नंदकिशोर झारिया, बिपिन जोशी, शेख आजाद, प्रधान आरक्षक – 305 राघवेंद्र सिंह, 37 कमलेश मरावी, 73 प्रवीण अवस्थी, आरक्षक – 17 अभिषेक पांडेय ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।









