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सक्का सरपंच, सचिव का कमाल: 18000 के बिल पर 28000 का भुगतान..?

akvlive.in

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केंद्र एवं राज्य सरकार द्वारा ग्राम पंचायतों को गांव और जनता की बुनियादी विकास के लिए राशि आवंटित की जाती हैं लेकिन कुछ ग्राम पंचायतों के करिंदे पंचायती खजाने को सिर्फ और सिर्फ उड़ाने का माध्यम मानने लगे हैं। पंचायत खजाने की राशि का किस कदर बेखौफ बंदरबाट किया जा रहा इसका जीता जागता नमूने ग्राम पंचायत सक्का में देखा जा सकता है।

डिंडौरी जिले के अमरपुर जनपद पंचायत अंतर्गत ग्राम पंचायत सक्का में सरपंच, सचिव सरकारी खजाने की जमकर बंदरबाट कर रहे हैं, इतना ही नहीं भुगतान हेतु प्रस्तुत बिलों पर उल्लेखित राशि से अधिक राशि भुगतान किया जा रहा है, जिसको देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि जिम्मेदार आंख बंद कर शासन को पलीता लगा रहे हैं।

फोटो कॉपी, अन्य व्यय, और अन्य व्यय के नाम पर खेल..?

ग्राम पंचायत सक्का माल में दशकों से पदस्थ सचिव चरण परस्ते के द्वारा पंचायती खजाने से धड़ल्ले से राशि निकाली जा रही है। पांचवे वित्त के तहत आवंटित राशि का गैर अनुमत्य कार्य में धड़ल्ले से लाखों रुपए का भुगतान किया गया है, इतना ही नहीं फोटो कॉपी और अन्य व्यय के नाम पर भी सरकारी धन का बंदरबांट किया जा रहा है। सूत्रों की माने तो सचिव के द्वारा मनमाने कार्यों के नाम पर फर्जी बिलों के जरिए खेल किया जा रहा है।

ग्राम पंचायत द्वारा नितिन ट्रेडर्स को 2390 फोटो कॉपी के नाम पर 4780 रु का एकजाई भुगतान किया गया लेकिन हजारों के तादात में पर किन दस्तावेजों की फोटो कॉपी कराई गई है इसका उल्लेख नहीं है इसी तरह चावल, दाल, हल्दी,मिर्ची के नाम पर हजारों रुपए का भुगतान किया गया है, पांचवे वित्त से कई बार इलेक्ट्रानिक सामग्री के नाम पर लाखों रुपए व्यय किया गया है, आखिर ये सामग्री बगैर स्वीकृती कहा लगाए जा रहे है..?

18000 हजार के बिल पर 28000 भुगतान..?

ग्राम पंचायत सक्का द्वारा मरावी इलेक्ट्रिकल्स के बिल नंबर 09 में 28196 रु का भुगतान किया गया है, जबकि बिल में 5 एचपी मोटर रिवाइंडिग का 5000, बुसिंग के नाम पर 2000, स्टैंड और मोटर निकालने डालने का लेवर चार्ज 8000 रु उल्लेखित है, जो कि कुल राशि 15420 और जीएसटी 2775 रु जोड़कर 18196 होता है, जो कि बिल में भी उल्लेखित हैं, लेकिन ग्राम पंचायत सक्का द्वारा मरावी इलेक्ट्रिकल्स के संचालक लक्ष्मण परसाद मरावी के खाते में 28196 रु भुगतान किया गया है। इस तरह जिम्मेदार पंचायत विकास की राशि में खेल कर रहे हैं।

इस संबंध में जानकारी हेतु पंचायत सचिव चरण परस्ते से संपर्क करने की कोशिश की गई लेकिन उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया।

Chetram Rajpoot

चेतराम राजपूत मध्यभूमि के बोल समाचार पत्र के संपादक हैं। 2013 से इस दायित्व का निर्वहन कर रहे हैं। निष्पक्ष और निर्भीक पत्रकारिता के प्रति उनकी प्रतिबद्धता ने madhyabhoomi.in को विश्वसनीय समाचार स्रोत बनाया है, जो मुख्यधारा की मीडिया से अलग, विकास, समानता, आर्थिक और सामाजिक न्याय जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर केंद्रित है। हम सच्चाई और पारदर्शिता में विश्वास रखते हैं। मीडिया की स्वतंत्रता और निष्पक्षता को बनाए रखने के लिए सतत प्रयासरत हैं। बेखौफ कलम... जो लिखता है बेलिबास सच..

Chetram Rajpoot

चेतराम राजपूत मध्यभूमि के बोल समाचार पत्र के संपादक हैं। 2013 से इस दायित्व का निर्वहन कर रहे हैं। निष्पक्ष और निर्भीक पत्रकारिता के प्रति उनकी प्रतिबद्धता ने madhyabhoomi.in को विश्वसनीय समाचार स्रोत बनाया है, जो मुख्यधारा की मीडिया से अलग, विकास, समानता, आर्थिक और सामाजिक न्याय जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर केंद्रित है। हम सच्चाई और पारदर्शिता में विश्वास रखते हैं। मीडिया की स्वतंत्रता और निष्पक्षता को बनाए रखने के लिए सतत प्रयासरत हैं। बेखौफ कलम... जो लिखता है बेलिबास सच..