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संकुल प्राचार्य की पहल : वर्षों से अटके 23 शिक्षकों की नामांकन संबंधित प्रक्रिया पूर्ण

akvlive.in

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सहायक आयुक्त जनजाति कार्य विभाग के निर्देश पर स्कूलों का निरीक्षण, शिक्षकों के नामांकन संबंधी खामियां उजागर

डिंडौरी। सहायक आयुक्त जनजाति कार्य विभाग राजेंद्र कुमार जाटव के निर्देशानुसार शासकीय योजनाओं जैसे छात्रवृत्ति, साइकिल, पुस्तक वितरण तथा विद्यालयों में बेहतर शैक्षणिक व्यवस्था स्थापित करने एवं कर्मचारियों की समस्याओं के निराकरण को लेकर विशेष पहल की गई।

इसी कड़ी में प्राचार्य सतीश कुमार धुर्वे ने संकुल केंद्र प्राचीन डिंडौरी अंतर्गत प्राथमिक, माध्यमिक एवं उच्च विद्यालयों का निरीक्षण किया। इस दौरान प्रधान पाठकों एवं जनशिक्षकों को मध्याह्न भोजन छात्राओं की रुचि अनुसार बनाने, विद्यालय परिसर में स्वच्छता बनाए रखने, स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराने तथा स्वच्छता पखवाड़ा के तहत जागरूकता गतिविधियों पर विशेष निर्देश दिए गए।

निरीक्षण के दौरान संकुल केंद्र में कार्यरत लगभग 85 शिक्षकों के सेवा अभिलेखों की जांच की गई। जांच में करीब 23 कर्मचारियों के नामांकन अपूर्ण पाए गए। कहीं सक्षम अधिकारी के हस्ताक्षर नहीं थे तो कहीं EHRMS पोर्टल पर अपूर्ण प्रविष्टि मिली। इस पर श्री धुर्वे ने गंभीरता दिखाते हुए संबंधित कर्मचारियों को नामांकन संबंधी कार्रवाई पूर्ण करने के लिए पत्र जारी अवगत  कराया।

इस क्रम में कई लंबित मामलों का निराकरण भी किया गया। उल्लेखनीय है कि श्रीमती पूजा दीक्षित, प्राथमिक शिक्षक का नामांकन संबंधित कार्य लगभग 18 वर्ष बाद नियमों के तहत पूर्ण कराया गया। इसी प्रकार श्री सुरेश कुमार परस्ते, श्रीमती जमुना धुर्वे और श्रीमती पार्वती मार्को सहित अन्य 23  शिक्षकों की नामांकन प्रक्रिया भी पूर्ण कराई गई।

संस्था के कार्यालय में नामांकन अभिलेखों की जांच का दायित्व श्री रामकुमार तेकाम, उच्च माध्यमिक शिक्षक को सौंपा गया था, जिसे उन्होंने पूरी तत्परता से निभाया। वहीं  ओ.पी. पाराशर, वरिष्ठ शिक्षक एवं श्री पीड़ी पटेल, माध्यमिक शिक्षक ने छात्रवृत्ति, एमडीएम व निर्वाचक नामावली जैसी कार्यवाहियों में विशेष सहयोग प्रदान किया।

इस निरीक्षण से स्पष्ट हुआ कि शिक्षकों की लापरवाही से भविष्य में पेंशन व अन्य सेवा संबंधी कार्यवाहियों में गंभीर समस्या आ सकती है। अतः सभी कर्मचारियों को अपने व्यक्तिगत अभिलेखों को समय पर अद्यतन रखने के निर्देश दिए गए हैं।

Chetram Rajpoot

चेतराम राजपूत मध्यभूमि के बोल समाचार पत्र के संपादक हैं। 2013 से इस दायित्व का निर्वहन कर रहे हैं। निष्पक्ष और निर्भीक पत्रकारिता के प्रति उनकी प्रतिबद्धता ने madhyabhoomi.in को विश्वसनीय समाचार स्रोत बनाया है, जो मुख्यधारा की मीडिया से अलग, विकास, समानता, आर्थिक और सामाजिक न्याय जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर केंद्रित है। हम सच्चाई और पारदर्शिता में विश्वास रखते हैं। मीडिया की स्वतंत्रता और निष्पक्षता को बनाए रखने के लिए सतत प्रयासरत हैं। बेखौफ कलम... जो लिखता है बेलिबास सच..

Chetram Rajpoot

चेतराम राजपूत मध्यभूमि के बोल समाचार पत्र के संपादक हैं। 2013 से इस दायित्व का निर्वहन कर रहे हैं। निष्पक्ष और निर्भीक पत्रकारिता के प्रति उनकी प्रतिबद्धता ने madhyabhoomi.in को विश्वसनीय समाचार स्रोत बनाया है, जो मुख्यधारा की मीडिया से अलग, विकास, समानता, आर्थिक और सामाजिक न्याय जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर केंद्रित है। हम सच्चाई और पारदर्शिता में विश्वास रखते हैं। मीडिया की स्वतंत्रता और निष्पक्षता को बनाए रखने के लिए सतत प्रयासरत हैं। बेखौफ कलम... जो लिखता है बेलिबास सच..