मध्यप्रदेश के मंडला जिले में आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ (EOW) जबलपुर ने मंगलवार सुबह मंडला जिले में बड़ी कार्रवाई करते हुए जिला परियोजना समन्वयक (DPC) को रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा। खास बात यह रही कि आरोपी डीपीसी अपनी पत्नी के जरिए रिश्वत की रकम ले रहा था।
जानकारी के अनुसार, विद्या निकेतन ककैया स्कूल का भवन पूर्ण न होने के चलते उसकी मान्यता समाप्त हो गई थी। मान्यता पुनः जारी करने और पूर्णता प्रमाण पत्र देने के नाम पर डीपीसी ने स्कूल संचालक रविकांत नंदा से 1.20 लाख रुपये की रिश्वत की मांग की थी। करीब 5 दिन पहले संचालक से 50 हजार रुपये आरोपी ने ले लिए थे। इसके बाद 23 सितंबर को शेष 60 हजार रुपये देने का दबाव बनाया गया।
आज सुबह रिलायंस पेट्रोल पंप पर तय राशि का लिफाफा स्कूल संचालक ने आरोपी को सौंपा। इस दौरान डीपीसी ने अपनी पत्नी आरती को लिफाफा लेने के लिए कहा। जैसे ही रकम पत्नी को दी गई, ईओडब्ल्यू की टीम ने दोनों को मौके पर दबोच लिया। डीएसपी स्वर्ण जीत सिंह धामी के नेतृत्व में पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस में कार्रवाई जारी है। इस कार्रवाई से शिक्षा विभाग और प्रशासनिक हलकों में हड़कंप मच गया है।









