गोरखपुर । डिंडौरी जिले के बजाग विकासखंड के अंतर्गत ग्राम पंचायत गिरवरपुर में मंगलवार को एसडीएम रामबाबू देवांगन ने विभिन्न शासकीय संस्थाओं का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने मिडिल स्कूल, प्राइमरी स्कूल, आंगनवाड़ी केंद्र और ग्राम पंचायत कार्यालय का जायजा लिया। निरीक्षण के दौरान कई अनियमितताएँ सामने आईं, जिन पर अधिकारियों ने तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिए।
आंगनवाड़ी केंद्र में भोजन वितरण ठप
निरीक्षण के दौरान एसडीएम ने सबसे पहले आंगनवाड़ी केंद्र का जायजा लिया। यहाँ यह पाया गया कि पिछले दो दिनों से बच्चों को भोजन नहीं दिया गया है। नियमित रूप से मिलने वाले पोषण आहार के स्थान पर केवल नाश्ते में मिक्स दिया जा रहा था।
इस लापरवाही पर एसडीएम ने गंभीर नाराज़गी जताते हुए संबंधित महिला स्व-सहायता समूह (SHG) को नोटिस जारी करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि बच्चों को समय पर और गुणवत्तापूर्ण भोजन उपलब्ध कराना आंगनवाड़ी की प्राथमिक जिम्मेदारी है, इसमें किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
स्कूलों में कम उपस्थिति, पढ़ाई की स्थिति संतोषजनक
इसके बाद एसडीएम ने मिडिल और प्राइमरी स्कूल का निरीक्षण किया। निरीक्षण के समय यह पाया गया कि विद्यालयों में बच्चों की उपस्थिति अपेक्षाकृत कम थी। इस पर उन्होंने विद्यालय प्रबंधन को बच्चों की उपस्थिति बढ़ाने के लिए प्रभावी कदम उठाने के निर्देश दिए।
हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि कक्षाओं में पढ़ाई का स्तर संतोषजनक है और शिक्षक नियमित रूप से अध्यापन कार्य कर रहे हैं। उन्होंने शिक्षकों से कहा कि बच्चों के अभिभावकों को जागरूक कर विद्यालय में बच्चों की संख्या बढ़ाई जाए ताकि सभी छात्र शिक्षा से वंचित न रहें।
जर्जर भवन होगा डिस्मेंटल
निरीक्षण के दौरान विद्यालय परिसर में स्थित एक जर्जर भवन भी सामने आया। भवन की दीवारें और छत पूरी तरह से कमजोर हो चुकी हैं, जिससे किसी भी समय दुर्घटना हो सकती है। इस पर एसडीएम ने भवन को डिस्मेंटल करने का प्रस्ताव भेजने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि बच्चों की सुरक्षा से कोई समझौता नहीं किया जाएगा।
पंचायत कार्यालय का भी निरीक्षण
एसडीएम देवांगन ने पंचायत कार्यालय का भी निरीक्षण किया। उन्होंने पंचायत सचिव और कर्मचारियों को ग्राम विकास से जुड़ी योजनाओं को प्राथमिकता से क्रियान्वित करने तथा आमजन की समस्याओं का त्वरित समाधान करने के निर्देश दिए।
जिम्मेदारी तय होगी
निरीक्षण के बाद एसडीएम रामबाबू देवांगन ने कहा कि शासन की योजनाओं का सही क्रियान्वयन और जमीनी स्तर पर उनकी उपलब्धता सुनिश्चित करना प्रशासन की पहली प्राथमिकता है। उन्होंने स्पष्ट किया कि आंगनवाड़ी, स्कूल और पंचायत जैसी संस्थाएँ ग्रामीण विकास की रीढ़ हैं, और इनमें किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
उन्होंने संबंधित अधिकारियों और कर्मचारियों को चेतावनी दी कि यदि भविष्य में इस तरह की शिकायतें दोहराई गईं, तो सख्त कार्रवाई की जाएगी।
ग्रामीणों को भी दिया संदेश
निरीक्षण के दौरान एसडीएम ने ग्रामीणों से भी बातचीत की। उन्होंने कहा कि बच्चों की शिक्षा और पोषण दोनों ही सरकार की शीर्ष प्राथमिकता है। ग्रामीणों से अपील की गई कि वे अपने बच्चों को नियमित रूप से स्कूल भेजें और आंगनवाड़ी की गतिविधियों पर भी निगरानी रखें।







