मध्यप्रदेश में भ्रष्टाचार के खिलाफ लोकायुक्त की कार्रवाई लगातार जारी है। ताजा मामला दमोह जिले का है, जहां ग्रामीण यांत्रिकी सेवा विभाग का सब इंजीनियर राजन सिंह पंचायत निर्माण कार्यों के मूल्यांकन के एवज में रिश्वत मांगते हुए रंगेहाथ पकड़ाया।
लोकायुक्त सागर टीम के अनुसार ग्राम पंचायत बारामासा की सरपंच लीला गौंड ने शिकायत दर्ज कराई थी कि सब इंजीनियर राजन सिंह निर्माण कार्यों का मूल्यांकन करने के लिए 80 हजार रुपये की मांग कर रहा है। पहले ही किस्त के रूप में वह एक माह पूर्व 20 हजार रुपये ले चुका था। शेष रकम लेने के लिए उसने सरपंच को फिर बुलाया।
शिकायत की पुष्टि के बाद मंगलवार को लोकायुक्त पुलिस ने जाल बिछाया। तय स्थान पर जैसे ही राजन सिंह सरपंच से 20 हजार रुपये की दूसरी किस्त ले रहा था, टीम ने उसे हाफ पैंट में ही रंगेहाथ दबोच लिया। मौके से रिश्वत की रकम बरामद कर ली गई।
लोकायुक्त अधिकारियों ने बताया कि आरोपी सब इंजीनियर के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धाराओं में प्रकरण दर्ज किया गया है। उसके निवास और कार्यालय की तलाशी लेकर अन्य दस्तावेज जब्त किए जा रहे हैं।
राज्य में लगातार हो रही कार्रवाई
पिछले कुछ महीनों से मध्यप्रदेश के विभिन्न जिलों में रिश्वतखोर अधिकारियों-कर्मचारियों पर लोकायुक्त द्वारा लगातार शिकंजा कसा जा रहा है। लगभग हर दूसरे दिन किसी न किसी जिले से रिश्वतखोरी का मामला सामने आ रहा है, इसके बावजूद कई अधिकारी सबक लेने को तैयार नहीं दिख रहे।
दमोह की इस कार्रवाई ने एक बार फिर यह संदेश दिया है कि सरकारी कार्यों में भ्रष्टाचार करने वालों पर अब कठोर कार्रवाई तय है और लोकायुक्त की टीम किसी भी समय सक्रिय होकर आरोपियों को पकड़ सकती है।