– बोधघुंडी सचिव अमर सिंह ने उड़ाई शासन के दिशा निर्देशों की धज्जियां
– अन्य व्यय के नाम पांचवें और 15वें वित्त की राशि का किया दुरूपयोग
मध्यप्रदेश के आदिवासी बाहुल्य डिंडौरी जिले की पिछड़ा विकास खंड अमरपुर जनपद पंचायत के ग्राम पंचायतों में इन दिनों फर्जी बिलों के जरिए शासन को पलीता लगाने का अभियान तेजी से चल रहा है। भले ही काम धरातल में न हो लेकिन कागजों में दौड़ता हुआ विकास जिम्मेदारों की कमाई का जरिया बना हुआ है। शासन की मंशा है कि ग्राम पंचायत स्थानीय आवश्यकता के अनुसार तकनीकी मापदंडों का पालन करते हुए गांव का विकास करे किंतु जिम्मेदार स्वयं का विकास कर रहे है, वहीं योजनाओं और विकास कार्यों की निगरानी करने वाला अमला भ्रष्टाचार में लिप्त है या अपनी जिम्मेदारी की अनदेखी कर रहे हैं..?
शासन को पलीता लगाने का नया मामला ग्राम पंचायत बोधघुंडी में सामने आया है, यहां लंबे समय से पदस्थ सचिव अमर सिंह द्वारा अपने चहेते लोगों को धड़ल्ले से नियम विरूद्ध अन्य व्यय के नाम पर लाखों रुपए का भुगतान किया जा रहा है। 15 वें वित्त और पांचवें वित्त के तहत आवंटित राशि का उपयोग/किए जाने हेतु पंचायती राज संचानालय से स्पष्ट दिशा निर्देश दिए गए हैं। लेकिन जिम्मेदार नियम निर्देशों की धज्जियां उड़ाते हुए शासन को पलीता लगाते हुए पंचायती खजाने को खाली कर रहे हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार ग्राम पंचायत बोधघुंडी की महिला सरपंच एवं सचिव द्वारा कई निर्माण कार्य सिर्फ कागज पर कराए गए हैं, लेकिन स्वीकृत राशि फर्जी बिल लगाकर आहरित की गई है, इतना ही नहीं 15वे वित्त से बिना उद्देश्य/प्रयोजन के भी अपने चहेते सप्लायर को लाखों का भुगतान किया गया है।

– अन्य व्यय के नाम पांचवें वित्त की राशि साफ
सचिव अमर सिंह के द्वारा पांचवें वित्त के तहत आवंटित राशि को अन्य व्यय के नाम पर धड़ल्ले से उड़ाया गया है, पांचवें वित्त अंतर्गत प्राप्त राशि से अन्य व्यय के नाम पर चहेते सप्लायर को 102400 रु, 232294 रु, 93540 रु, 77150 रु, 77150 रु, 57020 रु, 61930 रु, 60150 रु,276832 रु का भुगतान 2024- 25 में किया गया है। जब अन्य व्यय के नाम पर ही पूरी राशि व्यय हो जाएगी तो आखिर गांव की बुनियादी विकास कैसे होगा..? जब इस संबंध में सचिव अमर सिंह से जानकारी चाही गई तो उनका कहना है कि सब कार्य नियम के तहत कराए गए हैं।








