डिंडौरी। मानवता और जिम्मेदारी की मिसाल पेश करते हुए कोतवाली पुलिस डिंडौरी ने एक लावारिस हालत में मिले 8 वर्षीय दिव्यांग (श्रवण एवं वाणी बाधित) बालक को उसके परिजनों से मिलवा दिया।
जानकारी के अनुसार, 1 सितंबर 2025 की रात को सुनील शुक्ला, निवासी सुब्खार, एक 8 वर्षीय बालक को थाना कोतवाली लेकर आए। बालक उद्योग कार्यालय डिंडौरी के पास लावारिस हालत में मिला था और वह बोलने तथा सुनने में असमर्थ था।

थाना प्रभारी निरीक्षक दुर्गा प्रसाद नागपुरे ने तत्परता दिखाते हुए अपने स्टाफ के सहयोग से तत्काल कार्रवाई की। रात में ही बच्चे को सुरक्षित वन स्टाफ सेंटर में रखा गया और उसके परिजनों की तलाश शुरू कर दी गई।
लगातार प्रयासों के बाद, बाल कल्याण समिति के सदस्य नागेंद्र चौरसिया की मदद से बालक के परिजनों का पता लगाया गया। पता चला कि बालक मुडिया कला, थाना शाहपुर का निवासी है और मानसिक रूप से विक्षिप्त है। बाद में पुलिस ने उसे सुरक्षित रूप से उसके परिवार के सुपुर्द कर दिया।
इस सराहनीय कार्य में थाना प्रभारी के साथ-साथ सहायक उप निरीक्षक प्रवीण खंपरिया, प्रधान आरक्षक हनुमान सिंह और आरक्षक राम सिंह की भूमिका भी उल्लेखनीय रही।








