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Dindori News: SDM ने गोरखपुर हाईस्कूल का किया औचक निरीक्षण : अव्यवस्था पर जिम्मेदार को लगाई फटकार, प्रश्नों के उत्तर नहीं दे पाए साइंस और आर्ट के विद्यार्थी

akvlive.in

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गोरखपुर /डिंडौरी न्यूज़। डिंडौरी जिले के करंजिया विकासखंड अंतर्गत कस्बा गोरखपुर के सरकारी हाई स्कूल में शुक्रवार को बजाग एसडीएम रामबाबू देवांगन ने औचक निरीक्षण किया निरीक्षण के दौरान स्कूल में विघार्थियों की उपस्थिति, शिक्षकों की उपलब्धता, शैक्षिक वातावरण एवं आधारभूत सुविधाओं के वर्तमान की स्थिति की बारीकी से जांच की । निरीक्षण के दौरान पाया कि बच्चों की निपुण शिक्षा का स्तर बेहद खराब हैं। छात्र आसान से सवालों का जवाब देने में असमर्थ हैं जबकि पूरे स्कूल परिसर में अव्यवस्थाएं बुरे तरीके से हावी हैं।

जिस पर नाराजगी जताते हुए एसडीएम ने जिम्मेदार को कार्यशैली में सुधार करने हेतु निर्देश दिया। इस दरमियान कंटीजेंसी की राशि का उपयोग और शिक्षकों की उपस्थिति तथा अतिथि शिक्षकों की भर्ती के बारे में पूछताछ कियाहालांकि प्रभारी प्राचार्य मोलसिंह धुर्वे इस दरमियान स्कूल की कमियों और अपनी नाकामी पर लगातार पर्दा डालने का प्रयास करते रहें लेकिन एसडीएम की पारखी नजर से नहीं बच पाएं और अंततः आज उनकी सारी गलतियों से आवरण हट गया अब आगे यह देखना बड़ा दिलचस्प होगा कि एसडीएम के आदेश के परिपालन में हाईस्कूल की व्यवस्था और शिक्षा के स्तर पर कितना सुधार हो पाएगा।

प्रश्नों के जवाब नहीं दे पाएं बच्चे

शुक्रवार को हाई स्कूल में प्रयोगशाला की दुर्दशा देखकर एसडीएम ने अधिक नाराज होते हुए जिम्मेदारों को फटकार लगाया और प्रभारी प्राचार्य पर अपने कर्तव्यों को सही तरीके से निर्वहन नहीं करने तथा सभी दायित्वों पर असफल दिखने लापरवाही बरतने पर उन पर प्रश्न चिन्ह लगाया इस दरमियान बारहवीं साइंस कक्षा में अध्ययनरत बच्चों से जब प्रेक्टिकल से संबंधित प्रश्न पूछे गए तो छात्रों ने जवाब नहीं दिया इसी तरह बारहवीं आर्ट के विघार्थियों से भी जब विषय संबंधी प्रश्न पूछा गया तो यहां भी छात्र निरुत्तर रहें आसान सवालों के जवाब नहीं दिए जाने पर एसडीएम रामबाबू देवांगन ने शिक्षकों को कहा कि आप लोग क्या पढ़ाई कराते हैं जो बच्चे किसी सवाल का जवाब नहीं दे पाएं तो भूगोल के शिक्षक देवी पेंदरो बगले झांकने लगे।

शौचालय में नहीं मिली साफ-सफाई –

हाईस्कूल का निरीक्षण कर रहें एसडीएम रामबाबू देवांगन ने बालक और बालिकाओं के शौचालय में फैली गंदगी को देखकर हैरान होते हुए प्रभारी प्राचार्य मोल सिंह धुर्वे से तत्संबंध में सीधा सवाल किया तो वह संतोषजनक जवाब नहीं दे पाएं तब एसडीएम ने उन्हें तत्काल शौचालय के उचित रखरखाव और साफ-सफाई कराने का आदेश दिया इसी प्रकार भवन का घूम घूम कर जायजा लिया ‌।

पंद्रह दिनों बाद फिर आएंगे –

बारहवीं कक्षा के आर्ट के छात्र छात्राओं से ग्लोब, नदी,डेल्टा , तथा जनरल नालेज के प्रश्न पूछने पर जब किसी ने जवाब नहीं दिया तो एसडीएम ने स्वयं आसान शब्दों में उन प्रश्नों का जवाब देते हुए बच्चों को सीख दी कि आप लोगों को भविष्य में अलग अलग क्षेत्रों में अधिकारी बनना हैं पढ़ाई में ध्यान लगाना होगा इसके लिए बेसिक शिक्षा और जानकारी पर हर दृष्टिकोण से दक्ष बनना पड़ेगा तभी संभव हैं क्योंकि आज हर क्षेत्र में परीक्षा देकर काबिल बनने के बाद ही सरकारी नौकरी मिलती हैं इस तरह से लापरवाही करने पर किसी को कोई मुकाम नहीं मिल सकता।

इसलिए नालेज बढ़ाने के लिए अपने कापी में सभी छात्र पांच पांच जनरल नालेज के क्वेश्चन हर सप्ताह लिखकर लाएं और आपस में इसका आदान प्रदान करें उन्होंने कक्षा में मौजूद शिक्षक से कहा कि सप्ताह में एक दिन जनरल नालेज का पीरियड लगाएं और बच्चों को अभी तथा आगे की पढ़ाई कांम्पटीशन जैसे समस्त विषयों की जानकारी उपलब्ध कराएं । उन्होंने जाते जाते शिक्षकों समेत छात्र छात्राओं को हिदायत देते हुए कहा कि मैं पंद्रह दिनों बाद फिर आकर देखूंगा कि शैक्षणिक स्तर पर कितना सुधार हुआ हैं। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए कि शिक्षा की गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं किया जाएगा लापरवाही बरतने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

इनका कहना हैं,,,

पढ़ाई का स्तर बहुत कमजोर हैं इसके बारे में शिक्षकों से कहा गया हैं कि बच्चों को पढ़ाने के साथ साथ सामान्य ज्ञान और आगे की पढ़ाई के लिए जानकारी दें दो दिन में शौचालय की साफ सफाई के लिए निर्देश दिया गया हैं प्रेक्टिकल के बारे में न बच्चों को पता है और न ही साइंस के टीचर को यघपि पंद्रह दिनों बाद पुनः समीक्षा की जाएगी ।

रामबाबू देवांगन एसडीएम बजाग

Chetram Rajpoot

चेतराम राजपूत मध्यभूमि के बोल समाचार पत्र के संपादक हैं। 2013 से इस दायित्व का निर्वहन कर रहे हैं। निष्पक्ष और निर्भीक पत्रकारिता के प्रति उनकी प्रतिबद्धता ने madhyabhoomi.in को विश्वसनीय समाचार स्रोत बनाया है, जो मुख्यधारा की मीडिया से अलग, विकास, समानता, आर्थिक और सामाजिक न्याय जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर केंद्रित है। हम सच्चाई और पारदर्शिता में विश्वास रखते हैं। मीडिया की स्वतंत्रता और निष्पक्षता को बनाए रखने के लिए सतत प्रयासरत हैं। बेखौफ कलम... जो लिखता है बेलिबास सच..

Chetram Rajpoot

चेतराम राजपूत मध्यभूमि के बोल समाचार पत्र के संपादक हैं। 2013 से इस दायित्व का निर्वहन कर रहे हैं। निष्पक्ष और निर्भीक पत्रकारिता के प्रति उनकी प्रतिबद्धता ने madhyabhoomi.in को विश्वसनीय समाचार स्रोत बनाया है, जो मुख्यधारा की मीडिया से अलग, विकास, समानता, आर्थिक और सामाजिक न्याय जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर केंद्रित है। हम सच्चाई और पारदर्शिता में विश्वास रखते हैं। मीडिया की स्वतंत्रता और निष्पक्षता को बनाए रखने के लिए सतत प्रयासरत हैं। बेखौफ कलम... जो लिखता है बेलिबास सच..

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