मध्यप्रदेश के डिंडौरी के जिले जनपद पंचायत बजाग अंतर्गत ग्राम पंचायत गीधा में भ्रष्टाचार और वित्तीय गड़बड़ी के गंभीर आरोप सामने आए हैं। समस्त ग्रामवासियों ने जिला पंचायत सीईओ को ज्ञापन सौंपकर वर्ष 2024-25 में कराए गए विकास कार्यों की जांच की मांग की है।
ग्रामीणों का कहना है कि पंचायत क्षेत्र में सीसी रोड निर्माण कार्य में मजदूरों को नगद भुगतान का आश्वासन देकर काम कराया गया, लेकिन आज तक 64 मजदूरों को 19-19 दिवस का भुगतान नहीं हुआ। इसी तरह छापर नाला में नियम विरुद्ध 100 मीटर की दूरी पर दो चेक डेम्प बनवाए गए, जो गुणवत्ताहीन हैं और मजदूरी का भुगतान भी अटका हुआ है।
इसके अलावा सोकता गड्ढा कार्य अधूरा होने के बावजूद भुगतान कर दिया गया। पुराने पंचायत भवन की नीलामी से प्राप्त 15 हजार रुपये, हाट-बाजार की नीलामी राशि और लिप्टिस पेड़ों की राशि पंचायत खाते में जमा न कर व्यक्तिगत उपयोग में ली गई।
ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि सरपंच पार्वती बाई धूमकेती ने वार्ड पंचों के मानदेय की राशि अपने खाते में डाल ली, जबकि किसी भी पंच को मानदेय नहीं मिला। साथ ही खेत तालाब सहित अन्य निर्माण कार्यों में भी अनियमितता कर राशि का आहरण किया गया। ग्रामीणों ने मांग की है कि पंचायत के सभी कार्यों का भौतिक सत्यापन कर दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाए।