डिंडौरी। मध्यप्रदेश जनअभियान परिषद विकासखण्ड बजाग के तत्वावधान में “माटी गणेश, सिद्ध गणेश निर्माण कार्यशाला सहप्रशिक्षण” एवं विकासखंड स्तरीय ग्राम विकास प्रस्फुटन समितियों का सक्रियकरण बैठक सह प्रशिक्षण आयोजित किया गया।
इस कार्यशाला में नवांकुर सखी प्रेरक, सेक्टर प्रेरक, ग्राम विकास प्रस्फुटन समितियाँ, नवांकुर संस्थाएँ, मेंटर्स और माटी कला से जुड़े कार्यकर्ताओं ने उत्साहपूर्वक सहभागिता की।
कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य पर्यावरण संरक्षण और प्रदूषण रहित गणेश चतुर्थी का संदेश देना रहा। प्रतिभागियों को प्रशिक्षण दिया गया कि गणेश चतुर्थी पर स्थापित की जाने वाली गणेश प्रतिमाएँ स्थानीय शुद्ध मिट्टी से बनाई जाएँ ताकि विसर्जन के समय जल प्रदूषण न हो।
कार्यक्रम में जनअभियान परिषद के जिला समन्वयक धर्मेंद्र चौहान ने प्रस्फुटन समितियों की गतिविधियों, नवांकुर सखियों को बीज रोपित थैलियों के अनुश्रवण, नशामुक्ति हेतु शपथ और संस्कार केंद्रों की भूमिका पर जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि मध्यप्रदेश जनअभियान परिषद ने प्रदेशभर में 10 लाख मिट्टी की गणेश प्रतिमाओं के निर्माण व स्थापना का लक्ष्य निर्धारित किया है। इसी उद्देश्य से जिला, विकासखंड एवं सेक्टर स्तर पर माटी गणेश-सिद्ध गणेश कार्यशालाओं का आयोजन किया जा रहा है।
कार्यशाला में प्रशिक्षक रमेश प्रजापति ने मिट्टी की प्रतिमा निर्माण की विधि पर प्रशिक्षण दिया। इस दौरान नवांकुर संस्थाओं, सीएमसीएलडीपी पाठ्यक्रम के छात्र-छात्राओं, परामर्शदाताओं और ग्राम विकास प्रस्फुटन समितियों की सक्रिय सहभागिता रही।
बैठक सह प्रशिक्षण में जिला समन्वयक धर्मेंद्र चौहान, विकासखंड समन्वयक अंजू दुबे, मेंटर्स शिवकुमार धुर्वे, सुरेन्द्र धर बड़गैंया, खिलावन सिंह गौतम, सूरज नंदा, पूजा तिवारी, नवांकुर संस्था से गुरूदास कुलदीप, भानसिंह मरकाम और त्रिलोकी नाथ वनवासी ने सक्रिय भागीदारी की।