– सीईओ जिला पचांयत की अध्यक्षता में संपन्न हुई बैठक
– लापरवाही पर बरतने पर जिम्मेदारों पर होगी कार्रवाई
डिंडौरी न्यूज़। नदियों के उद्गम स्थलों पर फेंसिंग, वृक्षारोपण, नर्मदा परिक्रमा पथ पर आश्रय स्थलों पर होगा वृक्षारोपण जिसके लिए पंचायत एंव ग्रामीण विकास विभाग द्वारा तकनीकी एवं प्रशासकीय स्वीकृति जारी जिसकी तैयारियों को लेकर कलेक्टर श्रीमती नेहा मारव्या के मार्गदर्शन में मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत अनिल कुमार राठौर ने जिला पंचायत सभाकक्ष में बैठक ली। बैठक के दौरान संबंधित ग्राम पंचायतों के सरपंच, सचिव, ग्राम रोजगार सहायक, उपयंत्री, सहायक यंत्री और मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत उपस्थित रहे।
– नदियों के उद्गम और आश्रय स्थल में होगा वृक्षारोपण
जिले से निकलने वाली नदियों के उद्गम स्थलो पर फेंसिंग लगाकर वृक्षारोपण हेतु जिले की सात नदियों का चिंहाकन कर शासन द्वारा तकनीकी एवं प्रशासकीय स्वी कृति जारी की गई है। जनपद पंचायत बजाग के चांडा से निकलने वाली बुढनेर, करंजिया के चौरादादर से निकलने वाली तुराड नदी, डिण्डौरी के धनुवासागर से निकलने वाली लमती नदी, और छिवलीमाल से निकलने वाली सिलगी नदी, मेंहदवानी के राई ग्राम पंचायत से निकलने वाली दनदना नदी, शहपुरा के टिकरासरई से निकलने वाली छोटी महानदी, और संग्रामपुर से निकलने वाली कसा नदी के उद्गम में फेंसिंग और वृक्षारोपण का कार्य किया जाना प्रस्तावित है। साथ ही नर्मदा परिक्रमा पथ के चिंहाकित भूमि पर आश्रय स्थरलों के निर्माण में शामिल भूमि के भाग में फेंसिंग और वृक्षारोपण किया जाना है।
जिले में नर्मदा परिक्रमा पथ में आश्रय निर्माण के लिये जनपद पंचायत अमरपुर की ग्राम पंचायत रमपुरी, जनपद डिण्डौेरी की ग्राम पंचायत उदरी माल, मडियारास, केवलारी, घुसियामाल, औरई, रयपुरामाल, रूसामाल, सुबखार, धुर्रा, मुढियाकला, इमलईमाल, हिनौता, जनपद बजाग की ग्राम पंचायत शौभापुर, मझियाखार, कारोपानी, खरगहना, सुनहादादर, पथरकुचा रैयत, जनपद करंजिया की ग्राम पंचायत रूसा, कबीर, गारकामट्टा, मेंढाखार, मूसामुंडी, खन्नाद और जनपद शहपुरा की ग्राम पंचायत मालपुरमाल, राखीमाल, दूबामाल, देवरीमाल में आश्रय स्थाल के लिये चिंहाकित भूमि पर फेंसिंग और वृक्षारोपण के कार्य की स्वीकृति दी गई है।
सीईओ जिला पंचायत ने निर्देशित किया कि सभी शामिल ग्राम पंचायतों के उपयंत्री, सहायक यंत्री एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत स्थल का निरीक्षण कर शासन के दिशा निर्देशों के अनुरूप शासकीय भूमि का राजस्व् रिकार्ड से सत्यापन करते हुये भूमि को आरक्षण आवंटन कराते हुये पंचायत दर्पण पोर्टल पर फेंसिंग कार्य का वर्क कोड बनाते हुये कार्य प्रारंभ करने की तैयारी प्रारंभ करें।
सीईओ जिला पंचायत ने निर्देशित किया कि कार्य शासन के दिशा-निर्देश के अनुसार अनुपयुक्तक होने से निरस्ती किये जाने और स्थिल परिवर्तन की स्थिति में विस्तृत प्रतिवेदन ग्राम पंचायत के सरपंच, सचिव के साथ उपयंत्री, सहायक यंत्री और मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत प्रस्तुत करें।
फेंसिंग कार्य के लिये शासन द्वारा जारी की गई राशि का किसी अन्य कार्य में उपयोग ग्राम पंचायत द्वारा नही किया जा सकेगा, साथ ही कार्य निरस्त होने पर अर्थात आवंटित राशि शासन को राशि वापस करनी होगी, जिसकी निगरानी की जिम्मेदारी समस्त मुख्यकार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत की होगी।