– मेहंदवानी जनपद पंचायत अंतर्गत ग्राम पंचायत कुटरई में सचिव ने खरीदा 5 पुड़ा बीड़ी
– अमरपुर जनपद पंचायत अंतर्गत ग्राम पंचायत कोको में नमकीन, लड्डू और बर्फी के नाम हजारों रुपए का भुगतान
डिंडौरी न्यूज। शासन द्वारा जारी दिशा निर्देशों की धज्जियां उड़ाते हुए जिले में पंचायती खजाने का किस तरह दुरूपयोग किया जा रहा है, इसकी बानगी विगत दिनों उजागर हुआ था। ग्राम पंचायतों के सरपंच, सचिव द्वारा भाजपा जिलाध्यक्ष के आगमन पर वाहन भाड़ा के नाम पर हजारों रुपए का भुगतान किया गया था वहीं अंडई पंचायत में बीड़ी खरीदने का मामला उजागर होने पर जिला पंचायत सीईओ अनिल कुमार राठौर (IAS)द्वारा तत्काल पद का दुरुपयोग और वित्तीय अनियमितता करने वाले दो सचिवों के विरुद्ध निलंबन की कार्रवाई की गई थी ।
कुछ ऐसा ही पंचायती खजाने का दुरुपयोग किए जाने का मामला सामने आया है। मेहंदवानी जनपद पंचायत अंतर्गत ग्राम पंचायत कूटरई के सरपंच,सचिव द्वारा 16/08/2024 को बगैर जीएसटी बिल, जिसमें दिनांक तक का उल्लेख नहीं है। फर्म लक्ष्य किराना एंड जनरल स्टोर्स एवं ऑनलाइन सेंटर कुटरई को शक्कर, चायपत्ती, लौंग सुपाड़ी , मूंगफली, फूटा, बीड़ी 5 पुडा सहित अन्य पानी पेटी, तेल सब्जी के नाम पर 11505 रु का भुगतान किए जाने का बिल सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। जब इस संबंध में सचिव जेहर सिंह परस्ते से जानकारी चाही गई तो उनका कहना है कि किराना सामग्री एवं बीड़ी शासन के नियम अनुसार ही खरीदे गए हैं । इस तरह से गांवों के बुनियादी विकास के नाम पर जिम्मेदार मनमानी तरीके से शासन की राशि का खुलेआम दुरूपयोग कर रहे हैं। जनपद पंचायत सीईओ प्रमोद कुमार ओझा का कहना है कि यदि वित्तीय अनियमितता की गई तो जांच कर दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।
– बर्फी,नमकीन और लड्डू के नाम पर हजारों रुपए उड़ाए
अमरपुर जनपद पंचायत अंतर्गत ग्राम पंचायत कोको के सरपंच, सचिव द्वारा 20/02/2024 को ग्राम सभा एवं अन्य कार्य हेतु 30 किलो नमकीन, लड्डू 18 किलो, बर्फी 12 किलो खरीदी के नाम पर 16200 रु का भुगतान किया गया है, ग्राम पंचायत द्वारा साबिर होटल के नाम पर 01/03/2025 को नमकीन 35 किलो, बर्फी 22 किलो, लड्डू 17 किलो, पानी 5 पेटी सहित अन्य सामग्री के नाम पर 1350 रु भुगतान किया गया है । जब इस संबंध में सचिव शिवप्रसाद यादव से जानकारी चाही गई तो उन्होंने कहा कि जो खरीदा गया है उसका ही भुगतान किया गया है, ये खरीदी कार्यक्रमों में उपयोग हेतु की गई है। इस तरह से जिम्मेदार ग्राम विकास की बजाय चाय नाश्ता और लड्डू बर्फी के नाम पर शासन की राशि का दुरुपयोग कर रहे हैं।