– गोरखपुर गोपालपुर मार्ग हुआ बंद बाढ़ के पानी से सिवनी नदी में बना डायवर्सन डूबा
गोरखपुर / डिंडौरी, अखलाक कुरैशी की रिपोर्ट। जिले में शुक्रवार की देर रात से शुरू हुई मूसलधार बारिश ने जनजीवन को पूरी तरह अस्त-व्यस्त कर दिया है। तेज बारिश के चलते जिले की नदियां और नाले उफान पर हैं, वहीं कई जगहों पर पुल-पुलिया जलमग्न हो गए हैं, जिससे ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों का आपसी संपर्क कट गया है।
करंजिया विकासखंड अंतर्गत ग्राम पंचायत गोपालपुर में आबादी से सटकर बहने वाली सिवनी नदी में बने डायवर्सन के बाढ़ के पानी में डूब जाने के कारण गोरखपुर से गोपालपुर मार्ग सुबह पांच बजे से बंद हैं ग्रामीण क्षेत्र से प्राप्त जानकारी के अनुसार यहां पुल निर्माण का कार्य चल रहा हैं, लेकिन अभी तक पूरा नहीं हो पाया है ऐसे में वनांचल क्षेत्रों से चलकर आने वाले आमजन स्कूली छात्र छात्राएं सहित अन्य लोगों के यह परेशानी का सबब बन गया हैं।

जानलेवा डायवर्सन पार करना मजबूरी –
लगातार बारिश से वनांचल क्षेत्रों के नदी नालें उफान पर आ गएं हैं। अतिवृष्टि के चलते कुछ स्थानों पर मार्ग बाधित हैं। वहीं प्राप्त जानकारी जानकारी के अनुसार ग्राम पंचायत गोपालपुर के पास सिवनी नदी नये पुल का निर्माण होना है इसके लिए ठेकेदार ने पुराने पुल को तोड़कर आवागमन के पास डायवर्सन बनाया था लेकिन बाढ़ के तेज बहाव में वह भी बह गया है अब लोगों की सुविधा के लिए बड़े बड़े बोल्डर और पत्थर पाटकर आने जाने लायक कामचलाऊ बना दिया है लेकिन यह आमजन के लिए कभी भी जानलेवा साबित हो सकता हैं ।
लोग जान जोखिम में डाल यहां से आवागमन करने मजबूर हैं बताया गया कि प्रतिदिन लगभग सैकड़ों छात्र छात्राएं यहां से चलकर गोपालपुर के स्कूल में शिक्षा ग्रहण करने आते हैं इनके लिए विडंबना यह है कि यदि ज्यादा बारिश हुई तो ये स्कूल नहीं आ पाते या आने के बाद फंस गए हैं तो साठ किलोमीटर का फेरा लगाकर घर पहुंचते हैं ऐसे परिस्थितियों में इनकी पढ़ाई बुरी तरह प्रभावित तो हैं ही साथ ही अन्य कोई विकल्प नहीं रहने से आमजन भी मुसीबतों का सामना करने मजबूर हैं ।

ग्रामीणों का आरोप हैं कि ठेकेदार ने मनमानी करते हुए उन्हें चार माह का वनवास दे दिया है गौरतलब हैं कि जब तक यह मार्ग विधिवत चालू नहीं किया जाता तब तक बहारपुर, पंढरीपानी, ठाढ़पथरा, खम्हारखुदरा के हजारों लोगों को गोपालपुर पहुंचने के लिए लंबी दूरी तय करना पड़ेगा। इसमें लोगों को अतिरिक्त आर्थिक भार के साथ समय की बर्बादी
