अखलाक कुरैशी की रिपोर्ट
गोरखपुर । डिंडौरी जिले के करंजिया विकासखंड अंतर्गत ग्राम पंचायत मानिकपुर के पोषक गांव लालपुर से सटे चरखुटिया नामक टोला में निवासरत चार परिवार के लोग इन दिनों नारकीय जीवन जीने मजबूर हैं दरअसल इनके घरों से पक्के मार्ग तक आने जाने के लिए एक सुविधाजनक मार्ग नहीं हैं वर्तमान में यह लोग खेत की मेढ़ या पगडंडी के कीचड़ भरें रास्ते से आवागमन करने मजबूर हैं, यहां के लोगों का कहना हैं कि पक्के सड़क की मांग के लिए हमने छोटे प्रतिनिधि से लेकर बड़े बड़े जनप्रतिनिधियों से मांग किया हैं लेकिन आज तक किसी ने ध्यान नहीं दिया नतीजतन कच्चे और फिसलन वाले मार्ग से आना जाना उनका मुकद्दर बन गया हैं। टोला वासियों ने सोमवार को नईदुनिया से बातचीत करते हुए बताया कि उनके द्वारा बीते वर्षों से लगातार प्रयास किया जा रहा कि कम से कम सुविधाजनक मार्ग यहां बना दिया जाएं लेकिन कोई सुनने वाला नहीं अंततः इन्होंने जिला प्रशासन से निवेदन और आग्रह करते हुए मांग किया हैं कि उनकी इस गंभीर समस्या पर तत्काल ध्यान दिया जाए और जो सड़क निर्माण के लिए सरहद की सरकारी जमीन पर वर्षों से कब्जाधारी हैं उन्हें हटा दिया जाएं तो पर्याप्त सरकारी जमीन मिल भी जाएगा और आसानी से निर्माण कार्य भी हो जाएगा।
बरसात में ज्यादा दिक्कत –
टोला के नागरिक इंद्र सिंह धुर्वे,गणेश पट्टा,उपकार मरावी, राजेन्द्र मरावी, ने पीड़ा बयान करते हुए कहा कि तमाम जवाबदारों के दरवाजे खटखटाने के बाद भी जब इस विषय में कुछ भी स्पष्ट होता नहीं दिखा तो उन्होंने स्वयं के व्यय से कच्चे मार्ग में मुरुम आदि डाल श्रमदान कर समतलीकरण कराया था लेकिन बारिश आते ही बरसात में वह सब धुल गया अब कच्चे मार्ग से चलना फिरना दूभर है लेकिन क्या करें अन्य कोई विकल्प नहीं हैं इसलिए गिरते पड़ते इसी रास्ते से आते जाते हैं। इन्होंने बताया कि ऐसे विकट स्थिति से सामना करते हुए ग्रामीणों का रोष बढ़ रहा बरसात के दिनों में इस मार्ग से आने जाने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है खासकर रात के समय तो रोना आ जाता हैं पानी से लबालब गड्ढे मुसीबत को दोगुना कर देते हैं ऊपर से बरसाती कीड़े मकोड़ों का भय ग्रामीणों ने बताया कि सबसे विकट स्थिति का सामना बरसात के दिनों में करना पड़ता हैं खासकर तब कोई ग्रामीण किसी बीमारी के कारण अचानक गंभीर रूप से बीमार हो गया और उसे तत्काल इलाज की जरूरत हैं और फौरन कस्बा पहुंचाना हो संभव ही नहीं कि मरीज को तत्काल उपचार मुहैया करा सकें बहरहाल ऐसी स्थिति में मरीज को उचित स्थान तक पहुंचाने की जद्दोजहद में ही सारा समय व्यतीत हो जाता हैं हालांकि छोटी छोटी बीमारियों का इलाज में इतना परेशान नहीं होना पड़ता लेकिन गंभीर बीमारी या अचानक सामने आने वाली बीमारी के लक्षण वाला व्यक्ति सही समय में अस्पताल तक नहीं पहुंच पाता । जिससे बीमार की हालत लगातार बिगड़ती जाती हैं ।
जनप्रतिनिधि नहीं दे रहे ध्यान –
ग्रामीणों का कहना है कि इस कच्चे मार्ग में जो अड़ंगा हैं उसे दूर करने के लिए हमने स्थानीय तथा क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों से अनेकों बार कहा है लेकिन कोई नहीं सुनता पूर्व के माह में यहां राजस्व विभाग की टीम ने सरहद की जमीन नाप कर गई उस समय लग कि शायद अब यह बहुप्रतीक्षित मांग पूरा होगा लेकिन उसके बाद इस संबंध में क्या कार्रवाई किया गया और यह अभियान क्यूं बंद हो गया इसका जवाब किसी के पास नहीं।
इनका कहना हैं,,,
यहां सड़क निर्माण के लिए पंचायत द्वारा ग्रेवल सड़क की मांग किए हैं लेकिन अभी प्रशासनिक स्वीकृति नहीं मिल पाई हैं जैसे ही स्वीकृति मिलेगा तत्काल काम शुरू करा दिया जाएगा।
सरपंच सरस्वती मरकाम, ग्राम पंचायत मानिकपुर