डिंडौरी न्यूज़। जुलाई का महीना भगवान जगन्नाथ जी की रथयात्रा के लिए पूरे देश में विशेष महत्व रखता है। प्रतिवर्ष उड़ीसा के पुरी नगर में आयोजित होने वाली जगन्नाथ रथयात्रा की भव्यता देश-विदेश तक प्रसिद्ध है। इसी परंपरा को आगे बढ़ाते हुए इस बार डिंडौरी जिले में भी पहली बार भगवान जगन्नाथ जी की भव्य रथयात्रा का आयोजन हुआ। इस ऐतिहासिक क्षण का गवाह बनने के लिए जिले भर से हजारों की संख्या में श्रद्धालु डिंडौरी नगर में उमड़ पड़े।
यह ऐतिहासिक रथयात्रा इस्कॉन संस्था के तत्वावधान में आयोजित की गई। पुरानी डिंडोरी स्थित कंपनी चौक से रथयात्रा का शुभारंभ हुआ। यात्रा शुरू होने से पूर्व पूरे क्षेत्र में भक्तिमय माहौल बना रहा। श्रद्धालुओं ने मधुर कीर्तन और भजनों से वातावरण को गुंजायमान कर दिया। विधिवत पूजा-अर्चना और मंगलाचरण के बाद जैसे ही रथ को खींचा गया, चारों दिशाओं में “जय जगन्नाथ” के जयकारों की गूंज सुनाई देने लगी।
भक्तों का उत्साह इतना अधिक था कि रथ की रस्सियों को खींचने के लिए लोग लंबी कतारों में जुट गए। रथ जैसे-जैसे नगर के मार्गों पर आगे बढ़ा, श्रद्धालुओं की संख्या भी बढ़ती गई। रथयात्रा के मार्ग पर जगह-जगह भक्तों ने पुष्पवर्षा कर भगवान जगन्नाथ का स्वागत किया और घरों व दुकानों के बाहर दीप जलाकर भगवान का आशीर्वाद लिया।
नगरवासियों ने जगह-जगह भंडारों और पूजा-पाठ की व्यवस्था की। लोग भगवान जगन्नाथ जी से सुख-शांति और समृद्धि का आशीर्वाद मांगते दिखे। पूरी डिंडोरी नगरी इस दौरान भक्ति के रंग में रंगी नजर आई।
यह रथयात्रा पुरानी डिंडोरी से शुरू होकर सीवी कॉलेज तक निकाली गई। यात्रा समापन के पश्चात सीवी कॉलेज परिसर में श्रद्धालुओं के लिए महा प्रसाद का भव्य आयोजन किया गया। सैकड़ों भक्तों ने महा प्रसाद ग्रहण कर पुण्य लाभ अर्जित किया।
पूरे आयोजन में इस्कॉन संस्था के कार्यकर्ताओं और जिले के भगवान कृष्ण के अनन्य भक्तों की अहम भूमिका रही। उनकी महीनों की तैयारी और सेवाभाव से यह ऐतिहासिक रथयात्रा संपन्न हो सकी।
डिंडौरी जिले में पहली बार आयोजित इस रथयात्रा ने नगरवासियों के हृदय में भक्ति, आनंद और सामाजिक एकता का नया संचार कर दिया। श्रद्धालुओं की भारी भीड़ और भक्तिमय वातावरण ने यह सिद्ध कर दिया कि डिंडोरी की धरती भी अब भगवान जगन्नाथ जी की कृपा से आलोकित हो चुकी है।