डिंडौरी | कलेक्टर श्रीमती नेहा मारव्या ने आज शासकीय कन्या शिक्षा परिसर बजाग का औचक निरीक्षण किया। जहां पर रसोई कक्ष, आवास, भंडार कक्ष, अध्ययन कक्ष, छात्रावास अधीक्षक कक्ष सहित संचालित गतिविधियों का जायजा लिया। शिक्षा परिसर में 42 बच्चियां उपस्थित पायी गईं। छात्रावास अधीक्षक से खाद्यान्न पंजी, छात्रा उपस्थित पंजी, वितरण पंजी, स्टॉक रजिस्टर, कैशबुक, बैंक पासबुक, बिल बाउचर व्यय पंजी सहित अन्य दस्तावेज प्रस्तुत करने को कहा।

परन्तु छात्रावास अधीक्षक के द्वारा केवल कैशबुक और उपस्थिति पंजी, खाद्यान्न पंजी उपलब्ध करायी गई। कलेक्टर के द्वारा कैशबुक का अवलोकन किया, जहां पर राशि में अंतर दिखाई दिया जिस पर अधीक्षिका से बैंक पासबुक, आवंटन फाइल और व्यय पंजी, बाउचर फाइल दिखाने को कहा परन्तु अधीक्षिका के द्वारा टालामटोली करते रहे। और छात्राओं को दूध देने की बात पूछी गई तब अधीक्षिका ने बताया कि अमूल का 80 लीटर दूध प्रतिदिन गाडासरई से उपलब्ध कराया जाता है।

जिस पर कलेक्टर ने दूध उपलब्ध का बाउचर मांगा गया और दूध वितरण पंजी मांगी, परन्तु अधीक्षिका के द्वारा उपलब्ध नहीं करायी गई जिस पर कलेक्टर ने एक जांच समिति गठित की। जो विस्तृत रूप से जांच करेगी। जिसमें एसडीएम बजाग, डीपीसी, बीईओ बजाग, सब इंजीनियर जनजातीय कार्य विभाग को शामिल किया गया है। उक्त समिति को तीन दिवस में कलेक्टर के समक्ष जांच प्रतिवेदन प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं।








