डिंडौरी। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश नेतृत्व के निर्देशानुसार आपातकाल की 50वीं वर्षगांठ पर कार्यक्रम का आयोजन भाजपा जिला कार्यालय में किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि कटनी नगर निगम के पूर्व महापौर शशांक श्रीवास्तव और अध्यक्षता भाजपा जिलाध्यक्ष चमरू सिंह नेताम ने की।
कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन और भारत माता, पंडित दीनदयाल उपाध्याय व डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के चित्र पर माल्यार्पण से हुई। कार्यक्रम में लोकतंत्र सेनानी कैलाशचंद जैन, जय नारायण साहू और द्वारका प्रसाद गुप्ता को सम्मानित किया गया।
मुख्य अतिथि शशांक श्रीवास्तव ने कहा कि 25 जून 1975 का दिन भारतीय लोकतंत्र का सबसे काला अध्याय है। तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने अपनी सत्ता बचाने के लिए संविधान और लोकतंत्र को कुचल दिया। प्रेस की स्वतंत्रता, न्यायपालिका की निष्पक्षता और नागरिकों के मौलिक अधिकार छीन लिए गए।
भाजपा जिलाध्यक्ष चमरू सिंह नेताम ने कहा कि आपातकाल के दौरान लाखों लोगों को जेल में बंद कर दिया गया, अंतिम संस्कार में शामिल होने की अनुमति तक नहीं दी गई।
लोकतंत्र सेनानी कैलाशचंद जैन ने मंडला जेल में बिताए 18 महीनों की पीड़ा साझा करते हुए कहा कि उन्हें भूखा-प्यासा रखा गया और अमानवीय यातनाएं दी गईं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने आपातकाल में संविधान को हथियार बनाकर जनता के अधिकार छीन लिए।
कार्यक्रम का संचालन मनोहर ठाकुर ने किया और आभार प्रदर्शन जयसिंह मरावी ने किया। कार्यक्रम में पूर्व विधायक दुलीचंद उरैती, संजय साहू, पंकज सिंह तेकाम, डॉ. सुनील जैन सहित सैकड़ों कार्यकर्ता उपस्थित रहे।