– सरपंच ने कलेक्टर के समक्ष शिकायत कर की उच्च स्तरीय जांच की मांग
– करंजिया जनपद पंचायत अंतर्गत ग्राम पंचायत धवाडोंगरी का मामला
डिंडौरी न्यूज। करंजिया जनपद पंचायत अंतर्गत ग्राम पंचायत धवाडोंगरी के सरपंच ईश्वर तेकाम ने कलेक्टर के समक्ष शिकायत कर पूर्व सरपंच एवं सचिव पर सीसी रोड, पुलिया, स्टॉपडेम का निर्माण कागजों कराते हुए लाखों रुपए गबन करने का आरोप लगाते हुए उच्च स्तरीय जांच की मांग की है।
एक तरफ शासन प्रशासन द्वारा ग्रामीणों के सुख सुविधा और बुनियादी विकास हेतु ग्राम पंचायतों के माध्यम से लाखों रुपए आवंटित कर ग्राम स्वराज की परिकल्पना को जाकर करने का प्रयास किया जा रहा है वहीं दूसरी तरफ आवंटन मिलते ही कुछ पंचायत कर्मियों के द्वारा मनमानी करते हुए महज कागजों में खेल कर शासकीय धन का बंदरबांट किया जा रहा है।
जबकि पंचायतों और ग्रामीण विकास कार्यों में निगरानी रखने हेतु कई स्तर पर जवाबदेही तय है, निर्माण कार्यों में कार्य प्रारंभ होने से समाप्त होने तक तकनीकी अमले की महत्वपूर्ण भूमिका होती है, इसके साथ ही कार्यपूर्णता पर जनपद पंचायत सीईओ के हस्ताक्षर होते हैं… लेकिन जवाबदेही तय होने के बावजूद आदिवासी बाहुल्य डिंडौरी जिले में आज भी सैकड़ों हजारों निर्माण कार्य महज कागजों में दफन हैं, जिम्मेदारों के भ्रष्ट कार्यप्रणाली और कमीशनखोरी के चलते ग्रामीण विकास की योजनाएं दम तोड़ती हुईं नजर आ रही हैं।
कुछ ऐसा ही मामला करंजिया जनपद पंचायत अंतर्गत ग्राम पंचायत धवाडोंगरी में सामने आया है, था के ग्रामीण कई वर्षों से कागजी काम और सरकारी राशि गबन करने की शिकायत कर रहे हैं लेकिन आज तक मामलों की जांच नहीं हुई। ग्राम पंचायत के युवा सरपंच ने एक बार फिर पूर्व सरपंच, सचिव का काला चिट्ठा खोलते हुए कलेक्टर से शिकायत कर जांच और सख्त कार्रवाई किए जाने की मांग की है।
10 मई को की गई शिकायत में उल्लेख है कि 2016 में जनभागीदारी योजना से स्वीकृत स्टॉपडेम निर्माण टिमकी टोला हेतु 10 लाख रुपए स्वीकृत किया गया था लेकिन आज तक टिमकी टोला में स्टॉपडेम नहीं बना है, जबकि फर्जी बिल लगाकर स्वीकृत राशि का बंदरबांट किया गया है।
इसी तरह 2016 में पुलिया निर्माण भुर्री टोला रोड में देवसिंह के खेत पास स्वीकृत राशि 150000 रु आहरण किया गया है, जबकि मौके पर कोई कार्य नहीं कराया गया है।
2017 में सीसी रोड धनशाय के घेर से हिंदु के घर तक निर्माण कार्य हेतु स्वीकृत राशि 534000 रु फर्जी बिल लगाकर आहरण किया गया है, जबकि मौके पर सीसी रोड का नामो निशान नहीं है।
वर्ष 2020- 21 में सीसी रोड दीपक के घर से नंदलाल घर तक निर्माण हेतु स्वीकृत राशि 250000 बगैर कार्य कराए ही पूर्व सरपंच एवं सचिव द्वारा फर्जी दस्तावेज तैयार कर कागजों में हेराफेरी करते हुए ग्राम विकास की राशि का बंदरबाट किया गया है।
सरपंच की शिकायत पर गौर करें तो तकनीकी अधिकारियों साहित निगरानी अधिकारी रखने वाले अधिकारियों की मिलीभगत को नजर अंदाज नहीं किया जा सकता है।