– ग्राम पंचायत चांदपुर के अमगांव में स्व सहायता समूहों की सराहनीय पहल, सीईओ ने की प्रशंसा
डिंडौरी न्यूज़। महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) अंतर्गत निर्मित अमृत सरोवर अब जल संरक्षण के साथ-साथ ग्रामीण महिलाओं के जीवन में आर्थिक सशक्तिकरण की नई लहर लेकर आया है। जनपद पंचायत अमरपुर के अंतर्गत ग्राम पंचायत चांदपुर के पोषक ग्राम अमगांव में वर्ष 2020-21 में निर्मित अमृत सरोवर को बहुउद्देश्यीय स्वरूप प्रदान करते हुए आजीविका संवर्धन से जोड़ा गया है।
स्थानीय आदिवासी महिला कृषकों के ‘मां सरस्वती’ एवं ‘मां लक्ष्मी’ स्व-सहायता समूहों को मछली पालन के कार्य हेतु सरपंच अमृत सिंह की पहल पर चयनित किया गया। जलभराव की स्थायीता को देखते हुए ग्राम पंचायत द्वारा महिला समूह को आवश्यक प्रशिक्षण, मछली बीज की उपलब्धता और पांच वर्ष की लीज प्रदान की गई।
– 6500 रुपए के निवेश से 80 हजार की आमदनी
महिला समूह की सदस्याओं ने वर्ष 2023 में 6500 रुपए की लागत से रोहू, कतला और मृगाल प्रजातियों की मछलियों का बीज सरोवर में डाला। सतत देखरेख और सामूहिक परिश्रम से जून 2024 में 1.5 क्विंटल तथा मई 2025 में 217 किलो मछली का उत्पादन कर स्थानीय बाजार में सफलतापूर्वक विक्रय किया गया। इस पूरी अवधि में समूह को लगभग 80 हजार रुपए से अधिक की आय हुई। 13 जून 2025 को अंतिम चरण में 70 किलो मछली का आखेट कर मछली पालन सत्र पूर्ण किया गया।
– स्थानीय विक्रय से मिली स्थायी बाजार व्यवस्था
समूह की महिलाओं ने बताया कि पहले उन्हें मजदूरी कार्यों तक ही सीमित रहना पड़ता था, लेकिन अमृत सरोवर में मछली पालन से जुड़ने के बाद उन्हें नियमित मजदूरी के साथ अतिरिक्त आय का सशक्त साधन प्राप्त हुआ है। स्थानीय स्तर पर मछली के खरीदार उपलब्ध होने से उन्हें विपणन की समस्याओं का भी सामना नहीं करना पड़ा।
– जिला पंचायत सीईओ ने की कार्य की सराहना
समूह की सफलता और अमृत सरोवर के प्रभाव को प्रत्यक्ष देखने के लिए जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री अनिल कुमार राठौर स्वयं ग्राम अमगांव पहुंचे। उन्होंने स्व-सहायता समूह की महिलाओं से संवाद कर उनकी मेहनत और समस्याओं को जाना। इस दौरान उन्होंने मनरेगा के परियोजना अधिकारी प्रदीप कुमार शुक्ल को मछली विभाग की योजनाओं से समूह को जोड़ने के निर्देश दिए, ताकि अतिरिक्त संसाधनों की उपलब्धता सुनिश्चित की जा सके।
– पर्यावरण संरक्षण की दिशा में भी कदम
सीईओ श्री राठौर ने सरपंच अमृत सिंह और उपयंत्री उमेश भोरगड़े को अमृत सरोवर के चारों ओर वृक्षारोपण कार्य की योजना स्वीकृत कराने हेतु निर्देश दिए, जिससे जल संरक्षण के साथ पर्यावरण संवर्धन भी सुनिश्चित हो सके।