रिपोर्टर संतोष सिंह चंदेल
डिंडौरी न्यूज। डिंडौरी नगर परिषद को नगर पालिका परिषद का दर्जा दिलाने की प्रक्रिया ने अब जोर पकड़ लिया है। विगत दिनों जिले की प्रभारी मंत्री प्रतिमा बागरी ने नगर परिषद को नगर पालिका बनाने का ऐलान किया था, जैसे ही यह खबर सामने आई कि नगर परिषद की सीमा से लगे और आसपास की 23 ग्राम पंचायतों नगर पालिका में शामिल करने का नया प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है, वैसे ही इन ग्राम क्षेत्रों में चर्चा का दौर तेज हो गया है।
ग्रामवासियों के बीच यह विषय मुख्य चर्चा का केंद्र बन गया है कि नगर पालिका में शामिल होने से गांवों को क्या लाभ होगा और संभावित चुनौतियां मिलेंगी। कुछ लोग उम्मीद जता रहे हैं कि इससे उनके क्षेत्र में सड़क, जल, स्वच्छता और बिजली जैसी बुनियादी सुविधाओं का विकास तेजी से होगा। वहीं, कुछ लोगों को आशंका है कि इससे कर प्रणाली में बदलाव, संपत्ति कर और अन्य नियमों का सामना करना पड़ सकता है और ग्रामीण विकास की जमीनी योजनाएं बंद होने से मजदूर और किसान वर्ग प्रभावित होंगे।
प्रशासनिक स्तर पर भी हलचल तेज हो गई है। जनपद पंचायत डिंडौरी के बैठक कक्ष में हुई महत्वपूर्ण बैठक में राजस्व, पंचायत और नगर परिषद के अधिकारियों ने संयुक्त रूप से प्रस्तावित सीमाओं, क्षेत्रफल, जनसंख्या और संस्थागत ढांचे को अंतिम रूप देने पर मंथन किया।
इस विषय पर आने वाले दिनों में जनसुनवाई और पंचायत स्तर पर चर्चाएं आयोजित की जा सकती हैं, ताकि ग्रामीणों की राय और सुझावों को भी प्रस्ताव में सम्मिलित किया जा सके।
डिंडौरी नप को नगर पालिका का दर्जा मिलने से यह क्षेत्र शहरी विकास की दिशा में नई रफ्तार पकड़ सकता है। अब सबकी नजरें कलेक्टर द्वारा शासन को भेजे जाने वाले प्रस्ताव पर टिकी हैं, जो इस प्रक्रिया की दिशा और दशा तय करेगा।