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Nrega Corruption News : कागजों में 03 कुआं एवं स्टॉपडेम बना लाखों रुपये की हेराफेरी,सामाजिक अंकेक्षण में खुली पोल 

akvlive.in

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Dindori Corruption News , डिंडौरी। महात्मा गांधी जी के दिव्य स्वप्न ग्राम स्वराज एवं पंचायत राज व्यवस्था को भ्रष्टाचार का ख़तरनाक दीमक अंदर ही अंदर खोखला कर रहा है, ग्राम स्वराज व्यवस्था के पीछे राष्ट्रपिता गांधी जी ने स्वप्न देखा था कि जब गाँव स्तर पर ग्रामीणों का शासन होगा तो दबे कुचले, पिछड़े और जरूरत मंदों को प्राथमिकता के साथ समय पर मदद मिलेगी, लेकिन डिंडौरी जिले में पंचायत राज व्यवस्था में भ्रष्टाचार,भाई भतीजावाद, और ग्राम एवं जन विकास के नाम पर सरकारी धन की लूट चरम पर हैं।
जिले में भ्रष्टाचारी किस कदर बैखोफ होकर सरकारी खजाने में डकैती डाल कर लाखों रुपए उड़ा रहे हैं, इसके एक नही बल्कि अनेको मामला समय समय पर सामने आते रहते हैं लेकिन बंदरबांट के कारोबार में नीचे से लेकर ऊपर तक गठजोड़ होने के चलते सरकारी खजाना लूटने वालों की मौज ही मौज हैं ।  जनता के विकास के नाम पर बिचौलिये जिम्मेदार कागजो में जनता की कल्याण करते हुए स्वयं का विकास करने में जुटे हुए हैं, जिले में बडे पैमाने पर कागजों में कार्य दर्शा कर, फर्जी मूल्यांकन, बिल बाउचर तैयार कर  करोड़ो रूपये के बारे न्यारे किये जा रहे है, उच्च प्रशासनिक अधिकारियों के हीला हवाली और सुस्त कार्यप्रणाली के चलते सरकारी धन का खुलेआम बंदरबांट जारी है। कर्तव्य एवं जिम्मेदारी के प्रति उदासीनता होने के चलते क्रियान्वयन एजेंसी मनमाने और मनचाहे सरकारी राशि हड़प रहें हैं।
समनापुर जनपद पंचायत अंतर्गत ग्राम पंचायत मझगाँव में मनरेगा में बड़ा घोटाला सामने आया है, ग्राम पंचायत के सरपंच, सचिव, एवं रोजगार सहायक ने कागजों में 02 कपिल धारा कूप , 01 सार्वजनिक पेयजल कूप, 01 स्टापडेम का कागजों में ही निर्माण कार्य कराते हुए मस्टररोल और फर्जी बिल बाउचर के जरिये लाखों रुपये की हेराफेरी को अंजाम दिया है। मामले का खुलासा तब हुआ जब सामाजिक अंकेक्षण की टीम गांव में हुए कार्यो की भौतिक सत्यापन करने विशेष ग्राम सभा की बैठक में पहुँच। जिन हितग्राहियों एवं स्थानों के नाम पर  स्वीकृत  काम के बारे में लोगों से पूंछा गया तो उन्होंने निर्माण कार्य नही कराया   बताया, टीम जब स्थल पर पहुंची तो निर्माण कार्य महज कागजों में दिखे।
03 कुआं, 01 स्टॉपडेम गायब, मजदूरी और सामग्री की राशि आहरित
कपिलधारा कूप हितग्राही मनोहर लाल पिता काशीराम ग्राम अतरिया के नाम पर वर्ष 2019 में 2 लाख 30 हजार रुपए  स्वीकृत कराया गया था, जिसमें स्वीकृति से अधिक 2 लाख 63 हजार 560 रुपये व्यय किया गया है, हितग्राही मनोहर लाल ने सामाजिक अंकेक्षण दल को अवगत कराया कि मेरे खेत में कुआं नही बनाया गया है, ऑडिट टीम को उक्त कार्यो के दस्तावेज भी उपलब्ध नही कराया गया है। मुकेश सोनवानी पिता मनोहर के नाम पर एक इंच भूमि नही है लेकिन  कपिल धारा कूप के नाम पर 2 लाख 30 हजार रुपये स्वीकृत कर 2 लाख10 हजार 820 रु आहरित किया गया है, वही हितग्राही को ही पता नही है कि कुआं किस जगह पर बनाया गया है। इसी तरह ग्राम अतरिया में सार्वजनिक पेयजल कूप निर्माण हेतु 2021 में राशि 2 लाख 30 हजार रुपये स्वीकृत कर 2 लाख 10 हजार रु व्यय किया गया है लेकिन गाँव में सार्वजनिक पेयजल कूप निर्माण लापता हैं। भौतिक सत्यापन के दौरान कार्य मौके पर नही मिला जिसको लेकर ग्रामीणों ने पंचनामा बनाकर कार्रवाई की मांग की है। इसी तरह ग्राम सिंघवारा में 2018 में 14 लाख रुपये लागत से स्वीकृत स्टॉपडेम में 1 लाख 77 हजार रुपये से अधिक राशि व्यय करने के बावजूद निर्माण कार्य गायब हैं। जनपद पंचायत सीईओ सीपी साकेत ने 14 सितम्बर को सरपंच, सचिव, एवं रोजगार सहायक को कारण बताओ सूचना पत्र जारी कर उक्त कार्यो की नास्ति एक सप्ताह के भीतर जनपद कार्यालय में उपलब्ध कराने का लेख किया है।
भौतिक सत्यापन करने विशेष ग्राम सभा की बैठक