– कलेक्टर डिंडोरी के निर्देश पर किसानों को दी गई वैकल्पिक उपायों की जानकारी
कलेक्टर श्रीमती नेहा मारव्या के निर्देशन में नरवाई जलाने की घटनाओं पर रोक लगाने एवं किसानों को इसके दुष्परिणामों से अवगत कराने के लिए जिले में निरंतर जागरूकता कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। इसी क्रम में ग्राम सूरजपुरा, विकासखंड शाहपुरा में किसान कल्याण एवं कृषि विकास विभाग द्वारा नरवाई प्रबंधन हेतु चौपाल कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम में किसानों को नरवाई न जलाने के लिए प्रेरित करते हुए इसके विकल्पों की जानकारी दी गई। विभाग के अधिकारियों ने बताया कि स्ट्रॉ रीपर यंत्र के माध्यम से हार्वेस्टर से कटाई के बाद भूसा तैयार किया जा सकता है। साथ ही मूंग जैसी फसलों की बुवाई के लिए हैप्पी सीडर एवं सुपर सीडर जैसे उन्नत कृषि यंत्रों का उपयोग करने की सलाह दी गई।
कार्यक्रम के दौरान नरवाई के वैकल्पिक उपयोगों पर भी प्रकाश डाला गया, जिनमें पेलेट बनाकर औद्योगिक ईंधन के रूप में उपयोग, पैकेजिंग उद्योग, इको फ्रेंडली मूर्तियां और दीपक निर्माण शामिल हैं। किसानों को यह भी बताया गया कि वे नरवाई से जैविक खाद बनाकर न केवल रासायनिक उर्वरकों की आवश्यकता कम कर सकते हैं, बल्कि मिट्टी की सेहत भी सुधार सकते हैं।
चौपाल कार्यक्रम में सहायक कृषि यंत्री पामेश भगत, वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी गुमान सिंह चौहान, कृषि विस्तार अधिकारी साक्षी बिरला सहित ग्राम के अनेक कृषक उपस्थित रहे। अधिकारियों ने किसानों से अपील की कि वे नरवाई न जलाकर पर्यावरण और कृषि दोनों की रक्षा करें।