Dindori News, डिंडौरी । जिले में जलस्तर में गिरावट को रोकने और वर्षा जल संचयन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से आज कलेक्ट्रेट ऑडिटोरियम में एक महत्त्वपूर्ण समीक्षा बैठक आयोजित की गई। इस बैठक की अध्यक्षता कलेक्टर श्रीमती नेहा मारव्या ने की, जिसमें जिले के सभी विकासखंडों से पटवारी, राजस्व निरीक्षक, पंचायत सचिव, रोजगार सहायक और मोबिलाइजर शामिल हुए। बैठक के दौरान कलेक्टर ने जिले की प्रत्येक ग्राम पंचायत में 30 मई 2025 तक दो तालाब निर्माण के स्पष्ट निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि ये तालाब आगामी वर्षा ऋतु में जल संग्रहण हेतु उपयोगी होंगे, जिससे भू-जल स्तर में वृद्धि सुनिश्चित की जा सकेगी।
15 अप्रैल तक स्थल निरीक्षण
कलेक्टर ने सभी संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि रोजगार सहायक एवं पंचायत सचिव के साथ मिलकर तालाब निर्माण हेतु उपयुक्त शासकीय भूमि का चयन करें। इन स्थलों का निरीक्षण स्वयं कलेक्टर श्रीमती मारव्या द्वारा किया जाएगा, जिसमें उनके साथ सीईओ जिला पंचायत, एसडीएम, तहसीलदार, इंजीनियर और अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहेंगे।
सी-प्री एप से स्वीकृति के बाद शुरू होगा निर्माण
श्रीमती मारव्या ने निर्देश दिए कि निर्माण कार्य सी-प्री एप पर कार्यवाही स्वीकृत होने के बाद ही प्रारंभ हो। साथ ही, निर्माण कार्य की शुरुआत स्थानीय जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति में की जाए। उन्होंने सीईओ जिला पंचायत को निर्देशित किया कि मनरेगा के माध्यम से मजदूरी का समय पर भुगतान सुनिश्चित किया जाए।
विद्यार्थियों के लिए दो पौधे लगाने का निर्देश
शिक्षा विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि जिले के समस्त विद्यालयों में अध्ययनरत छात्र-छात्राएं दो-दो पौधे लगाएं—एक विद्यालय परिसर में और एक अपने घर पर। इन पौधों की देखरेख की जिम्मेदारी भी विद्यार्थियों को दी जाएगी, जिससे पर्यावरण संरक्षण की भावना बचपन से ही विकसित हो।
अतिक्रमण हटाने के लिए सख्त निर्देश
बैठक में कई पंचायत सचिवों ने नालों व जलस्रोतों पर अतिक्रमण की जानकारी दी, जिस पर कलेक्टर ने एसडीएम और तहसीलदार को एक सप्ताह में अतिक्रमण हटाने के आदेश दिए। उन्होंने कहा कि जल गंगा संवर्धन अभियान को सफल बनाने के लिए जलस्रोतों की मुक्तता जरूरी है।
पर्यावरणीय कार्यों को मिलेगा नया आयाम
बैठक में तय हुआ कि गांव की सड़कों के किनारे फलदार एवं छायादार पौधे लगाए जाएंगे, जिसकी देखरेख ग्राम पंचायतों को करनी होगी। साथ ही, रेनवॉटर हार्वेस्टिंग, चेक डैम, परकुलेशन टैंक जैसे संरचनात्मक उपायों को भी तेजी से पूरा करने के निर्देश दिए गए।
निर्माण कार्यों में वन विभाग की भूमिका
वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि अब व्यक्तिगत भूमि पर पेड़ काटने की अनुमति के लिए ऑनलाइन आवेदन अनिवार्य होगा, जो केवल पटवारी, सचिव और रोजगार सहायक की संस्तुति के बाद ही स्वीकार की जाएगी।
तालाब निर्माण का पहला शुभारंभ 14 अप्रैल को
जनपद पंचायत अमरपुर के ग्राम पंचायत परसेल में 14 अप्रैल को पहले तालाब निर्माण कार्य का शुभारंभ स्थानीय जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति में किया जाएगा।
बैठक में शामिल प्रमुख अधिकारी
इस समीक्षा बैठक में मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री अनिल कुमार, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. रमेश अधिकारी, एसडीएम सुश्री भारती मेरावी, तहसीलदार श्री रामप्रसाद मार्को, आरईएस के श्री दीपक आर्मो, पीएचई के श्री अफजल इमाम उल्ला, कृषि उप संचालक सुश्री अभिलाषा चौरसिया, जनसंपर्क अधिकारी श्री चेतराम अहिरवार, बीआरसी श्री अरूण चौबे, तथा अन्य विभागों के अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहे।
यह बैठक डिंडौरी जिले को जल-संवेदनशीलता एवं पर्यावरणीय सतर्कता की दिशा में एक ठोस कदम के रूप में देखा जा रहा है। प्रशासनिक सक्रियता और समुदाय की भागीदारी से जिले में जल संकट का समाधान निकलने की उम्मीद जागी है।