– डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी के जीवन परिचय और विचारधारा की दी गई जानकारी
डिंडौरी। भारतीय जनता पार्टी के पितृ पुरुष डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बलिदान दिवस के अवसर पर भाजपा कार्यालय में उनके तेलीय चित्र पर तिलक वंदन एवं पुष्प अर्पित कर नमन कर कार्यक्रम की शुरुआत की गई ,कार्यक्रम के मुख्य वक्ता के रूप में नरेंद्र सिंह राजपूत ने डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी के जीवन परिचय से अवगत कराते हुए कहा कि डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी का जन्म 23 जून 1901 को कोलकाता के अत्यंत प्रतिष्ठित परिवार में जन्म हुआ था,डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी भारतीय जनसंघ के संस्थापक थे डॉक्टर श्याम प्रसाद मुखर्जी ने कांग्रेस की तुष्टिकरण नीति के चलते उनका विरोध किया और उन्होंने केंद्रीय मंत्रिमंडल पद से त्यागपत्र दे दिया।
उन्होंने एक ही देश में दो झंडे और दो निशान का खुलकर विरोध किया साथ ही 1953 में जम्मू की सीमा में प्रवेश करते समय जम्मू कश्मीर की सरकार ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया 40 दिन तक डॉक्टर मुखर्जी जेल में बंद रहे और 30 जून 1953 को जेल में ही उनकी रहस्यमय ढंग से मृत्यु हो गई । आज तक पता नहीं चला भारतीय संस्कृति के नक्षत्र अखिल भारतीय जनसंघ के संस्थापक तथा राजनीतिक व शिक्षा के क्षेत्र से डॉक्टर मुखर्जी का गहरा नाता रहा है, विचारधारा के लिए डॉक्टर मुखर्जी को जाना जाता है ।
उन्होंने हमेशा हिंदुत्व के लिए अपनी आवाज उठाई अनुच्छेद 370 का काफी विरोध किया जिसे आज केंद्र की मोदी सरकार द्वारा धारा 370 को हटाया गया भारत में विलय किया गया मंच का संचालन महामंत्री अवध राज बिलैया एवं आभार प्रदर्शन जिले की मीडिया प्रभारी सुधीर दत्त तिवारी ने किया।डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी की पुण्यतिथि पर भारतीय जनता पार्टी जिला कार्यालय के बाजू से वृक्षारोपण कर उनकी पुण्यतिथि मनाई गई। पूर्व जिलाध्यक्ष डॉ. सुनील जैन, जिला महामंत्री अवध राज बिलैया, जिला उपाध्यक्ष सुशीला मार्को, भाजपा एवं नगर परिषद उपाध्यक्ष महेश सिंह पाराशर, जिला मीडिया प्रभारी सुधीर तिवारी, महिला मोर्चा जिला अध्यक्ष नरवदिया मरकाम, युवा मोर्चा जिला अध्यक्ष अविनाश छाबड़ा, मंडल महामंत्री चंद्रशेखर नायक, पार्षद आशीष वैश्य, मोहन सिंह राठौर, कुँवरिया मरावी, सुदील बरमैया, भागीरथ उरेती, राजकुमार बर्मन, मनी सैनी, कृष्ण गोस्वामी, विनोद दुबे, जित्तू राव सहित पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता गण उपस्थित रहे।