– सहायक आयुक्त संतोष शुक्ला के विरूध्द कार्यवाही की मॉग को लेकर राज्यपाल के नाम सौंपा ज्ञापन
ज डिंडौरी। विगत दिनों सहायक आयुक्त जनजाति कार्य विभाग के द्वारा आदिवासी स्कूली बच्चों को जनजाति कल्याण केंन्द्र बरगांव एवं शहपुरा के शिविर में जबरन भेजे जाने का आरोप है। इस दौरान सहायक आयुक्त संतोष षुक्ला के द्वारा विद्यार्थिओं को मिठाई बॉटकर चरण स्पर्ष कराने का मामला सामने आया था,उक्त मामले को लेकर गोंगपा कार्यकर्ताओं ने कड़ी विरोध किया था। बुधवार को गांगपा कार्यकर्ताओं ने कलेक्ट्रेट परिसर के सामने सहायक आयुक्त का पुतला दहन कर कार्यवाही की मॉग को लेकर राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा है। ज्ञापन में उल्लेख किया गया है कि 24 अप्रेल से 30 अप्रैल तक आयोजित शिविर में शहपुरा , मेंहदवानी ,अमरपुर ,डिंडौरी के छात्रावासी छोटे छोटे बच्चों को उनकी इच्छा के विरूद्ध श्रमिक के रूप में ले जाकर शामिल कराया था।
उन्होंने बताया कि बरगांव का यह कार्यक्रम ना तो शासकीय था और न ही इस संबंध में केन्द्र शासन व राज्य शासन के कोई आदेश दिया गया था। इसके बाबजूद भी कार्यक्रम में स्कूली बच्चे और नाबालिक बच्चों को सहायक आयुक्त संतोष शुक्ला के आदेश पर भेजा गया था, जहां पर संतोष शुक्ला बच्चों को लाईन लगवाकर पैर पड़वाये गये इस तरह का कृत्य एक तरह का शोषण हैं। सहायक आयुक्त की कार्यशैली संवेदनहीन है तथा जो अपने पद का दुरूपयोग कर रहे है सहायक आयुक्त का बच्चों के प्रति यह आचरण बालधिकारों के विरूद्ध है। गोंगपा कार्यकर्ताओं ने ज्ञापन सौंपकर मामले की जांच कर कड़ी कार्यवाही की मॉग किया है।