संवाददाता-देवव्रत राय
जिला बलरामपुर
शिक्षक भर्ती में दूसरे वर्ग के लोगों को विशेष पिछड़ी जनजाति बताने का मामला, प्रदेश अध्यक्ष उदय पण्डो के अह्वान में सभी जिलों से सौंपी गई ज्ञापन
*बलरामपुर:* छत्तीसगढ़ में 14 हजार से ज्यादा पदों पर हो रही शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया के दौरान जारी मेरिट सूची में अन्य वर्गों को विशेष पिछड़ी जनजाति का बता मेरिट सूची जारी करने के मामले में समाज के लोगों ने विशेष पिछड़ी जनजाति समाज के प्रदेश अध्यक्ष उदय पण्डो के अह्वान में विभिन्न जिलों में मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा है।उनकी मांग है कि मेरिट सूची को दुरुस्त कर हकदार लोगों का नाम शामिल किया जाए और नौकरी दी जाए,साथ ही फर्जी तरीके से अन्य लोगों के नाम शामिल करने की जांच कर जिम्मेदार लोगों के विरुद्ध कार्यवाही की जाए,ज्ञापन के साथ उन्होंने पूरी सूची भी सौंपी है।
*छत्तीसगढ़ के कई जिलों में समाज के लोगों ने राज्यपाल और मुख्यमंत्री के नाम सौम्पा ज्ञापन, जांच और कार्यवाही की मांग*
गौरतलब है कि शिक्षक भर्ती प्रक्रिया के दौरान ये बातें सामने आईं थीं कि जो मेरिट सूची जारी की गई है उसमें व्यापक अनियमितता है।शासन के बनाये नियम के अनुसार विशेष पिछड़ी जनजाति के लोगों को नियुक्ति प्रक्रिया में छूट देते हुए उनकी भर्ती करनी है जिसके अनुसार इस भर्ती में पूरे प्रदेश से कई लोगों की भर्ती होनी थी।इसमें जो बात सामने आई है उसके अनुसार मेरिट सूची से विशेष पिछड़ी जनजाति के अभ्यर्थी गायब हैं और दूसरे वर्गों के लोगों को पिछड़ी जनजाति के बता सूची में स्थान दे दिया है।मार्च में समाज ने लोगों ने मुख्यमंत्री व अन्य को ज्ञापन दे पूरी स्थिति से अवगत कराया था लेकिन शासन स्तर पर कोई पहल नहीं हुई।अब भर्ती प्रक्रिया पूर्णता की ओर है और सभी अभ्यर्थियों को नियुक्ति आदेश जारी करने के निर्देश शासन ने दिए हैं,इस स्थिति में विशेष पिछड़ी जनजाति संघ के लोग एक बार फिर से सामने आए हैं और प्रक्रिया में अनियमितता कर उनके समाज के लोगों को अधिकार से वंचित करने का आरोप लगाया है।समाज के लोगों ने प्रदेश के विभिन्न जिलों में मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा है।
उन्होने अपने ज्ञापन में बताया है कि छग शासन स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा शिक्षक भर्ती 2019 के तहत वर्तमान में चल रहे शिक्षक भर्ती मे माह फरवरी 2021 के अंतिम में सहायक शिक्षक ( विज्ञान) की मेरिट सूची लोक शिक्षण संचालनालय इन्द्रावती भवन नवा रायपुर द्वारा जारी की है। शासन द्वारा आरक्षण के समस्त नियमों का पालन तो किया गया है लेकिन उपरोक्त मेरिट सूची मे विशेष पिछड़ी जनजाति (PVTG) के लिए आंवटित आरक्षित पद मे गैर विशेष पिछड़ी जनजातियों की नाम दिखाया गया है जबकि अभी तक छत्तीसगढ़ के किसी भी संभाग मे विशेष पिछड़ी जनजाति के अभ्यर्थियों को साक्षात्कार के लिए नहीं बुलाया गया है l वर्तमान में जो चयन रायपुर, बिलासपुर, दुर्ग संभाग के जिलेवार विशेष पिछड़ी जनजाति ( PVTG) के लिए पद आरक्षित किया गया है लेकिन उसी स्थान पर गैर विशेष पिछड़ी जनजाति को PVTG बता कर दस्तावेज सत्यापन के लिए संबधित जिला में अभ्यर्थीयों को बुलाया गया है।उन्होंने एक उदाहरण देते हुए बताया कि महासमुन्द जिला में ई संवर्ग के लिए मेरिट में सीरियल क्र 28 में अभ्यथी सूर्यकांत ध्रुव पिता राधेकृष्ण ध्रुव जाति गोंड़ है । ऐसे ही कुल 61 पद (PVTG) में कोई भी विशेष पिछड़ी जनजातियों से सम्बंधित पहाड़ी कोरवा, बैगा,कमार , अबुझमाड़िया, बिरहोर,भुंजिया, पण्डो से सम्बंद्धित अभ्यर्थियों में से नही है।उन्होंने ज्ञापन मांग की कि उपरोक्त पदो पर छतीसगढ के वास्तविक विशेष पिछड़ी जनजातियो (PVTG) के अभ्यर्थियों को आरक्षित स्थान मेरिट क्रम पर रखते हुए उन्हे सहायक शिक्षक पद मे नियुक्ति दिलवाने के साथ इस फर्जीवाड़े में शामिल लोगों के खिलाफ कार्यवाही की जाए। सरगुजा में विशेष पिछड़ी जनजाति समाज के अध्यक्ष उदय पण्डो अन्य समाज के लोगों के साथ ज्ञापन सौंपा गया,
सूरजपुर में देवचंदराम पण्डो,
सरगुजा में शिवराम पण्डो,
कोरिया में पवनसाय पण्डो,
मुंगेली में सतीश बैगा,
महासमुंद में इश्वर कमार,
कांकेर में दुकालू सोरी,
जशपुर में नेहरूलाल कोरवा,
बलरामपुर में जोगीराम कोरवा,
गरियाबंद में बन सिंह सोरी,
कोरबा में राम सिंह कोरवा,
नारायणपुर में गुड्डू राम
धमतरी में बुधलाल,
रायगढ़ में प्रेमसाय , सरगुजा में मानसाय मुढ़ियार, कवर्धा में धनीराम बैगा, गरियाबंद में इश्वर भुंजिया आदि के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ प्रदेश के सभी जिलों में विशेष पिछड़ी जनजाति निवासरत अपने – अपने जिले के माध्यम से महामहिम राज्यपाल महोदया, माननीय मुख्यमंत्री,शिक्षा मंत्री के समक्ष पूरे जिलों में ज्ञापन सौंपा गया।