डिंडौरी

भृष्टाचार और फर्जीवाड़ा का नमूना ,अजगर को निगल रहें मगरमच्छ

सबसे पहले शेयर करें

– समनापुर जनपद पंचायत अंतर्गत ग्राम पंचायत अजगर में सरपंच, सचिव एवं उपयंत्री द्वारा किया जा रहा भृष्टाचार

– बोल्डर चेकेडेम निर्माण में परिवहन के नाम पर 30 लाख रुपये का किया फर्जी भुगतान

– आदिवासी अंचल में बैखोफ भृष्टाचारी

मध्यभूमि के बोल ,संवाददाता
डिंडोरी | समनापुर जनपद पंचायत अंतर्गत ग्राम पंचायत अजगर में मनरेगा के तहत स्वीकृत बोल्डर चेकडेम निर्माण में फर्जी दस्तवेज तैयार करते हुए लेखों रूपये का भृष्टाचार करने का मामला सामने आया है। उक्त बोल्डर चेकेडेम निरमा कार्य में लगे मजदूरों ने हमारे संवाददाता को बताया हैं कि वित्तीय वर्ष 2020-21 एवं 2021 में बोल्डर चेकडेम के तमाम निर्माण कार्यो को मजदूरों के द्वारा स्वयं पत्थर समेट कर बनाया गया है लेकिन ग्राम पंचायत के जिम्मेदार पदाधिकारी उपयंत्री के मिलीभगत से फर्जी मापपुस्तिका तैयार कर फर्जी सप्लायर को लगभग 30 लाख रुपये का परिवहन के नाम पर अवैध रूप से भुगतान किया गया है।

इन कार्यो में हुआ फर्जीवाड़ा
वित्तीय वर्ष 2020-21 में बोल्डर चैकडेम बाकी नाला रजनी सरई निर्माण स्थल पर ही बोल्डर पर्याप्त मात्रा में प्राकृतिक रूप से प्रचुर मात्रा में उपलब्ध हैं, जिसमे परिवहन के नाम पर दिनांक 31/03/2021 को राशि 145762 रु,130908 रु, हल्दी नाला में बोल्डर चैकडेम के नाम पर 132158 रु,199986 रु,97495 रु, एवं अजगर नाला में 199986 रु,111945 रु, बोल्डर चेकडेम शिकारी नाला में 142069 रु,100401 रु, बोल्डर चेकडेम निर्माण कार्य 129984 रु,64923 रु,19999 रु,80054 रु,29999 रु,149929 रु, एवं 149929 रु,बोल्डर चेकडेम डुंडा नाला में 39064 रु,65535 रु,142378 रु, का एवं बोल्डर चेकडेम हल्दी नाला में 22616 रु,99716 रु,44461 रु,79670 रु,बोल्डर चेकडेम फुलचुहि नाला में 131584 रु,115650 रु का सप्लायरों को फर्जी तौर पर भुगतान करते हुए केंद्र सरकार को नुकसान पहुंचाया गया है। इसी तरह वित्तीय वर्ष 2021-22 में बोल्डर चेकडेम झरती नाला में निर्माण कार्य में परिवहन के नाम पर 128500 रु,65476 रु,बोल्डर चेकेडेम साजा नाला अजगर में राशि 199722 रु,98725 रु,बोल्डर चैकडेम रजनी सरई नाला में 199650 रु,92675 रु,बोल्डर चैकडेम केवलार नाला 199729 रु,7323.4282 रु का फर्जी भुगतान किया गया है

बैगेर परिवहन कराये सरकार को लाखों का चूना लगा रहे जिम्मेदार
ग्राम पंचायत अजगर में विगत 2 वर्षो में कराये गए बोल्डर चैकडेम निर्माण में ग्राम पंचायत के कोई भी स्थल पर एक भी ट्राली का परिवहन नही कराया गया है, जबकि सरपंच ,सचिव एवं उपयंत्री के द्वारा फर्जी मापपुस्तिका एवं बिल तैयार कर सरकार को लाखो रु का नुकसान पहुंचाया जा रहा है वही सवाल खड़े हो रहे हैं कि आखिर ये भृष्टाचारियो का संरक्षक कौन हैं..?किसके संरक्षण में ये सरकारी खजाने को लूट रहे हैं…?इनकी हिम्मत आखिर कैसे हो जाती हैं सरकार को खुलेआम लूटने का ….इन सवालों के फ्रेम में कुछ और भी ऐसे चेहरे हैं जोकि इस तरह के लूट में प्रत्यक्ष तौर पर भागीदारी निभा रहे हैं। तमाम कार्यो की गुणवत्ता और उपयोग की गई सामग्री का परीक्षण एवं सत्यापन हेतु शासन द्वारा जनपद पंचायत स्तर पर सहायक यंत्री की तैनाती की गई है जिससे निर्माण कार्य गुणवत्तापूर्ण हो और निर्माण एजेंसी मनमानी न कर सके…किन्तु जब रक्षक ही भक्षक बन जाये तो आखिर शासन की राशि का संरक्षण और सदुपयोग की उम्मीद भला किससे किया जाए ….?

फर्जीवाड़े का हेड मास्टर हैं सचिव  एवं उपयंत्री 

ग्राम पंचायत अजगर में पदस्थ सचिव जयगोपाल सैयाम फर्जीवाड़े और भृष्टाचार के मामलों को लेकर महारथ हासिल किया हुआ है, साथ मे उपयंत्री राहुल तेकाम के कारगुजारियों की किस्से भी आम हैं। सचिव जयगोपाल सैयाम पूर्व में ग्राम पंचायत अतरिया में पदस्थ थे उस दौरान के स्कूल भवन एवं राशन दुकान भवन आज भी लगभग 10 वर्षो से अपूर्ण पड़ा हुआ है,प्रशासन के मेहरबानी से उक्त सचिव को सरकारी राशि मे हाथ साफ करने का मौका दिया गया है जबकि ऐसे भृष्टाचारियो को जेल में डाल कर गबन की हुई राशि वसूल कर निर्माण कार्यो को पूर्ण कराना चाहिए…? उपयंत्री राहुक तेकाम की कारगुजारियों की बात करे तो उनके द्वारा मनरेगा के तहत दर्जनों निर्माण कार्यो का बैगेर मस्टररोल जारी हुए बिना ही लाखो रु मूल्यांकन एवं भुगतान करने के कई मामले हैं । कुल मिलाकर भृष्टाचारी -भृष्टाचारी मगरमच्छ मिलकर ग्राम पंचायत अजगर को निगल रहे हैं… जिला प्रशासन को उक्त कार्यो का जिले के तकनीकी एवं लेखा अधिकारियों की टीम गठित कर जांच कराया जाना चाहिए जिससे ऐसे लुटेरे जिम्मेदारो के मनमानी पर अंकुश लग सके।

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *