उमरिया से प्रतिनिधि अनुज सेन की रिपोर्ट
एसपी विकास कुमार सहवाल की मदद से युवक पहुंचे अपने घर
ह्यूमन ट्रैफिकिंग का शिकार हुवा है 5 दिनों से लापता छोटेलाल
पेड़ पर रात बिताई, अब मोबाइल स्विच ऑफ बता रहा है,तलाश में निकले परिजन
थाना इंदवार अंतर्गत ग्राम बचहा निवासी छोटेलाल पिता धूम प्रसाद दाहिया उम्र 19 वर्ष राजस्थान के किसी शहर में ह्यूमन ट्रैफिकिंग का शिकार हो गया है,मोबाइल पर परिजनों को इस बात की जानकारी दिया है,और कहा है कि जिन लोगो ने हमे खरीदा है,वे सब हमारी तलाश कर रहे है,हम उनसे बचने पेड़ पर रात बीता रहे है,उसने मोबाइल की बैटरी भी कम होने की बात कही है,उसके बाद से ही 19 वर्षीय छोटेलाल का मोबाइल स्विच ऑफ है,इस पूरे मामले से दहशत में आया परिवार जब पुलिस के पास पहुंचा तो पुलिस ने उसे वही जाकर शिकायत दर्ज करने की बात कही है,दशहतजदा परिवार गुरुवार की शाम को गाड़ी लेकर बेटे की तलाश में राजस्थान प्रदेश निकल गया है,सवाल इस बात का है कि अगर लापता युवक किसी अनहोनी का शिकार हुवा तो कौन जिम्मेदार होगा।इस मामले में ह्यूमन ट्रैफिकिंग के शिकार युवक को ये भी नही पता है कि वो फिलहाल कहा है,उसने मोबाइल से एक फोटो खींचकर परिवार को सेंड की है,जिसके भरोसे परिवार जन उसकी तलाश में दूसरे प्रदेश सड़क मार्ग से निकल गए है।
ह्यूमन ट्रैफिकिंग में लोकल एजेंट का हाथ … ?
सूत्रों की माने तो इस पूरे मामले का मास्टर माइंड ग्राम कोटरी निवासी विनय पिता मल्लू साहू उम्र 33 वर्ष है,जिसका मोबाइल फिलहाल स्विच ऑफ है।बताया जाता है कि ये रविवार को राजस्थान स्थित किसी फैक्ट्री में नोकरी दिलाने के नाम से पीड़ित युवक को घर से अन्यत्र ले गया था,जिसके बाद पीड़ित युवक ह्यूमन ट्रैफिकिंग का शिकार हुवा है,इसके अलावा सूत्रों की माने तो विनय साहू क़ई सालों से बाहर ही रहता है, जिससे इस तरीके के और मामले में इसकी संलिप्तता का संदेह है।जानकारों की माने तो ह्यूमन ट्रैफिकिंग मामलों में अक्सर लोकल एजेंटों का हाथ होता है,इस मामले में भी यही हुवा है।गुरुवार की देर शाम जिस तरह परिजनों से लापता युवक ने बात की है,और कहा है कि हमारे साथ कभी भी कुछ भी हो सकता है,उनसे बचने हम पेड़ पर बैठ गए है,हालांकि उनके आदमी हमारी तलाश कर रहे है,इसके अलावा उसने यह भी बताया कि मोबाइल में बैटरी नही है,जिस वजह से अब शायद बात भी न हो सके।बेटे से मोबाइल पर हुई इस पूरी बातचीत के बाद परिवार परेशान हो गया,और पुलिस से भी अपेक्षाकृत मदद न मिलने से परिजन खुद ही बेटे की तलाश में निकल गए है।
मानव तस्करी के संदेह में लापता युवक को तलाशने राजस्थान गए बेटे को सकुशल परिजनों की मदद से गांव ले आया गया है,इस पूरे मामले में परिजनों की माने तो एसपी विकाश शाहवाल की मुख्य भूमिका रही,जिस वजह से बेटे को सुरक्षित गांव लाने में सफलता मिली है,दरअसल लापता युवक अपने साथी के साथ नोकरी के नाम पर जुलाई माह की 25 तारीख को राजस्थान चला गया था,परिजनों की माने तो इस बीच युवक मानव तस्करों के गिरफ्त में आ गया,और मारपीट कर इंजेक्शन आदि की मदद से उसे कब्जे में रखा गया था,परिजनों ने बताया कि किसी तरह युवक गिरोह के चंगुल से भाग गया,और मोबाइल के माध्यम से परिवार को अपनी व्यथा बताई,जिसके बाद घबराकर परिजन राजस्थान पहुंचे और एसपी के निर्देशन में पीड़ित बेटे को दस्तयाब किया गया है।शनिवार की देर रात पीड़ित युवक को लेकर ग्रह ग्राम पहुंचे पीड़ित परिजनों ने यह भी बताया कि युवक परिवार जनों को जानकारी देने के बाद राजस्थान के किसी घनघोर जंगल मे दो दिनों से भूखा प्यासा रह रहा था,और जंगल मे मौजूद वनस्पति आदि खाकर परिजनों के इंतज़ार में अपनी जान बचाया हुवा था।