उमरिया से प्रतिनिधि अनुज सेन की रिपोर्ट
दबंग सूदखोर पुलिस गिर फ्त में,6 साल से कालरी कर्मी को कर रहा था प्रताड़ित
40 हजार की रकम देकर 6 वर्षों में 2 लाख वसूले,अभी 2 लाख और लेने दे रहा था धमकी
सूदखोरों का ख़ौफ़ कालरी कर्मचारियों पर इतना जबरदस्त है कि सूदखोर ने 6 वर्ष पहले 40 हजार की रकम दी थी,जिसके एवज में पिछले 6 वर्षों में 2 लाख से अधिक की रकम वसूल लिया,बाकी 2 लाख की और रकम वसूलने कालरी कर्मचारी पर दबाव बना रहा था,जिससे परेशान होकर कालरी कर्मी ने पुलिस से शिकायत की,जिसके बाद पुलिस ने दबंग सूदखोर के विरुद्ध अपराध क्रम 318/21 धारा 384,506 ,व मप्र ऋणियों का संरक्षण अधिनियम 1937 की धारा 3(4)व 3 (2) (वी.ए) एवम एससीएसटी एक्ट पंजीबद्ध कर गिरफ्तारी की है। इस मामले में एसपी विकाश शाहवाल ने नोरोजाबाद थाने को बधाई दी है,वही ऐसे मामलों से परेशान पीड़ित परिवारों को त्वरित पुलिस से मदद लेने अपील की है। सूदखोरों के खिलाफ पुलिसिया कार्यवाही से जिले के दूसरे थानों में एक्टिव सुदखोरों में जमकर खलबली देखी जा रही है,वही ऐसे मामलों से जुड़े पीड़ित परिवारों में आशा की किरण दिख रही है।विदित हो कि जिले के अलग अलग थानों में पूर्व में क़ई लोगो ने सूदखोरों के भय से अपनी जान गंवाई है,वही क़ई परिवार इनके चंगुल में आर्थिक रूप से बर्बाद हो गए है। ज़रूरी है कि सूदखोरी के नेटवर्क तोड़ने जिले के दूसरे थानों में भी आवश्यक कार्यवाही की जाए।
उमरिया-पाली में भी सूदखोरों का बड़ा नेटवर्क
सूदखोरों का मकड़जाल महज नोरोजाबाद में ही नही है अपितु इनका नेटवर्क कालरी क्षेत्र उमरिया एवम पाली में जमकर फल फूल रहा है,इनकी दहशत इतनी जबरदस्त होती है कि कोई भी इनके खिलाफ पुलिस तक नही पहुंच पाता है,सूत्रों की माने तो इन सूदखोरों का बैंक कर्मियों से भी सीधा सम्बन्ध होता है,जिससे बैंक के लेखे जोखे की भी इन्हें जानकारी होती है,इस मामले में सूदखोरी की रकम देने से पहले सूदखोर ने 6 साल पहले पीड़ित का बैंक सम्बन्धी पूरे दस्तावेज यानी पासबुक,चेकबुक,एटीएम सहित भी ले लिए थे।अब उसी चेक बुक की धौंस दिखाकर चेक बाउंस मामले में पीड़ित को फंसाने की बात कर रहा था,जिसके बाद कालरी कर्मी की शिकायत पर पुलिस एक्शन मोड़ में आई और आरोपी उमेश पिता नागेश्वर सिंह को पुलिस गिरफ्त में लेकर जेल भेजने में कामयाब हो पाई है।