गोहपारू 24/07/2021
शुभम् सिंह बिसेन
जनपद पंचायत गोहपारू लगातार लगातार सुर्खियों में है।चाहे वह कमीशन पर कार्य की स्वीकृति हो या फिर फर्जी बिलों द्वारा पंचायत को प्रदत्त राशि का आहरण करना।हद तो तब हो जाती है जब लगातार शिकायतों के बावजूद भी भ्रष्टाचारी अपने भ्रष्टाचार की कड़ाही पर रंगीन कागजों को व्यंजन के रूप में परोस कर जांच अधिकारी की सेवा कर देते हैं।भुरसी पंचायत में सचिव खेल रहे घोटालों की होली….
पंचायत सचिव ने वेंडरों से कुछ यूं यारी निभाई है,ईंट से लेकर गिट्टी तक, फोटोकॉपी के बिलों से लेकर पंचायत सामग्री तक सारे बिलों में रंगीन कागजों की मोटी तह लगा शासन द्वारा प्रदत्त वित्त की बंदरबांट करने में कोई कसर नहीं छोड़ी।
मोहमाया से परे सब कमीशन का खेल है….
जनपद पंचायत की पड़ताल करने पर हमें पता चला कि यहां मोहमाया से परे कमीशन के खेल जम कर खेले जा रहे हैं, कभी इंजीनियर तो कभी एसडीओ कभी वेंडर तो कभी सचिव सारे के सारे इस भ्रष्टाचार रूपी हमाम में एक साथ नंगे पड़े हुए हैं।
करों की चोरी ऊपर से सीनाजोरी……
कर की चोरी की बात करें तो कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी,जहां लाखों के बिलों में हेरफेर जारी है तो कर की चोरी कहां से अछूती रह सकती है? फर्ज़ी बिलों में माध्यम से राजस्व को भी जमकर चूना लगाने की सदियों पुरानी चली आ रही परंपरा को सचिव महोदय ने जीवंत रखा हुआ है।
इनका कहना है…..
इस संबंध में जब भुरसी सचिव तथा सरपंच से संपर्क करने की कोशिश की गई तो कोई जवाब प्राप्त नहीं हुआ।