रिपोर्टर-अरमान रज़ा सरगुजा
यातायात महासंघ सरगुजा संभाग
अंबिकापुर। यात्री किराया बढ़ाए जाने को लेकर चल रहे आंदोलन के तहत आज बस मालिको ने प्रदेश भर में बसों का संचालन बंद कर दिया। बसे बंद होने से सिर्फ सरगुजा संभाग में डेढ़ करोड़ का व्यवसाय प्रभावित हुआ है वही 10,000 से अधिक यात्री परेशान भटकते रहे।
छत्तीसगढ़ यातायात महासंघ यात्री किराया बढ़ाए जाने को लेकर पिछले 15 दिन से चरणबद्ध आंदोलन कर रहा है। इसी क्रम में आज पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार प्रदेश भर में बसों का परिचालन बंद कर दिया गया।बस मालिक प्रदेश की राजधानी रायपुर में धरने पर बैठे हैं। बसे बंद हो जाने से ग्रामीण क्षेत्र से आने जाने वाले लोगों को सर्वाधिक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
यातायात महासंघ के प्रदेश उपाध्यक्ष अतुल सिंह एवं संभागीय अध्यक्ष मोहम्मद शहाबुद्दीन ने बताया सरगुजा संभाग में करीब पांच सौ से अधिक बसें प्रतिदिन अपने गंतव्य को रवाना होती थी,कोरोना काल में यह संख्या घटकर 200 के करीब रह गई है सड़क पर बसों की कमी से यात्रियों को परेशानी हो रही थी,बस मालिक भी डीजल और पार्ट्स की बढ़ती कीमतों से तंग ऐसे में आंदोलन ही एकमात्र रास्ता बचा था यातायात महासंघ आज से अनिश्चित काल के लिए बसों का चक्का जाम करने का आह्वान किया है।
मांगे न माने जाने पर प्रदेशभर के बस संचालक रायपुर के खारुन नदी में जल समाधि लेंगे। गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ के पड़ोसी राज्यों में यात्री भाड़ा बढ़ाया जा चुका है जबकि छत्तीसगढ़ में आखरी बार जब किराया बढ़ाया गया तब डीजल की कीमत 60 रुपये थी ।आज यह बढ़कर 100 रुपए हो गई है बस मालिको ने डीजल के दाम के अनुरूप यात्री किराया निर्धारित करने के लिए अस्थाई नीति बनाने की मांग भी की है